पश्चिम बंगाल के बीरभूम (Birbhum) के रामपुरहाट में हुई हिंसा को लेकर बवाल जारी है. इस बीच तृणमूल का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मिलने पहुंचा है. प्रतिनिधिमंडल में डेरेक ओ ब्रायन, महुआ मोइत्रा, सुदीप बंदोपाध्याय (Sudip Bandyopadhyay) सहित अन्य नेता मौजूद थे. गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा, ''हमने कहा है कि रामपुरहाट, बीरभूम की घटना को देखते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को हटाया जाना चाहिए. उनका काम हमारी संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ है." West Bengal Violence: बीरभूम हिंसा के बाद एक और TMC नेता की हत्या, हुगली में टीएमसी की महिला पार्षद को गाड़ी से रौंदने की कोशिश.
टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा, हमने सीएम द्वारा राज्यपाल के लिए पत्र की एक कॉपी गृह मंत्री को दी है... हमारे सीएम स्थिति को ठीक तरीके से देख रहे हैं. अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 15 पुलिस अधिकारियों को छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
TMC सांसदों की मांग
After meeting Union Home Minister Amit Shah, TMC MP Sudip Bandyopadhyay said, "We've said that Governor of West Bengal should be removed, in view of the Rampurhat, Birbhum incident. His work is against our constitutional system. Parliamentary democratic system is under threat." pic.twitter.com/2MAb2h9U8F
— ANI (@ANI) March 24, 2022
बीरभूम घटना पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, यह एक शर्मनाक घटना है और शासन पर एक अमिट धब्बा है. लोकतंत्र में लोगों को इस तरह से जिंदा जलाना बहुत दर्दनाक होता है. मैं सरकार से रक्षा की पेशकश करने के बजाय सबक सीखने की अपील करता हूं.
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को बीरभूम रामपुरहाट के बगतुई गांव में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों मिली. CM ममता बनर्जी ने कहा, 'प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है, TMC नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जो भी इसके पीछे है उन्हें सख्त सज़ा मिलेगी. मृतक के परिवार को 5 लाख, जिनके घर जले है उन्हें एक लाख रूपए और घर चलाने के लिए 10 लोगों को नौकरी दी जाएगी.'
बीरभूम के रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद कथित रूप से भीड़ द्वारा घरों में आग लगाने से 8 लोगों की मृत्यु हो गई थी. बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा फैल गई. यहां गुस्साई भीड़ ने करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में 8 लोगों की जलकर मौत हो गई. मरने वालों में 3 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं. बीजेपी ने राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसाओं को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीरभूम हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का चेक सौंपा. वहीं प्रभावित घरों के पुनर्निर्माण के लिए 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. आग में मरने वाले परिवारों को नौकरी और 5 लाख रुपये दिए जाएंगे.