कोरोना वायरस (Coronavirus) का असर अब भारत में भी नजर आने लगा है. इस बीमारी की चपेट में अब तक 29 लोग आ चुके हैं. सरकार ने वैसे तो सुरक्षा के लिहाज लोगों को सचेत करने की हर मुमकिन कोशशि शुरू कर दी है. वहीं लोगों ने सुरक्षा के मद्देनजर सावधानी बरतनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में मथुरा (Mathura) के वृंदावन के इस्कॉन मंदिर (Vrindavan Iskcon Temple) के मैनेजमेंट ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल सुरक्षा के लिहाज से इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता सौरभ दास ( PRO Saurabh Das) ने कहा है कि, कोरोना वायरस के कारण हम विदेशी भक्त ( Foreign Devotees) अगले दो महीनों तक मंदिर में दर्शन करने न आएं ऐसी प्रार्थना करते हैं.
प्रवक्ता सौरभ दास ने कहा कि अगर भक्त दर्शन करने आते हैं तो उन्हें अपने साथ मेडिकल प्रमाण पत्र ( Medical Certificate) लेकर आना होगा कि वे कोरोना वायरस बीमारी से ग्रसित नहीं हैं. उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा शहर के वृंदावन में स्थित इस्कॉन मंदिर एक हिंदू मंदिर है. यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम को समर्पित है. जहां हर साल बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने लिए आते हैं. विशेष कर होली का त्योहार यहां इस नगरी में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. जिसकी चर्चा पूरे विश्वभर में हैं. यह भी पढ़ें:- राज्यसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन- देश में कोरोना वायरस के 29 मामलों की पुष्टि, खोलेंगे 19 नए लैब.
एएनआई का ट्वीट:-
Saurabh Das, PRO of Vrindavan Iskcon Temple in Mathura: Due to #Coronavirus, we've requested foreign devotees not to visit the temple for the next two months. If they want to visit the temple, they will have to produce the medical certificate to prove that they are not infected. pic.twitter.com/Lcsx0nolPp
— ANI UP (@ANINewsUP) March 5, 2020
गौरतलब हो कि भारत में कोनोनावायरस के फिलहाल 29 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने राज्यसभा में गुरुवार को इसकी पुष्टि की है. डॉ हर्षवर्धन ने राज्यसभा में बताया कि 4 मार्च तक कुल 28529 लोगों को सामुदायिक निगरानी में लाया गया और उनकी निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकोप से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड तैयार किए गए हैं.