नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) नव वर्ष पर उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बात करते हुए कहा कि राममंदिर (Ram Temple) निर्माण को लेकर अध्यादेश तब तक नहीं लाया जा सकता है. जब तक कोर्ट से कानूनी प्रकिया पूरी नहीं हो जाती है. पीएम मोदी के इस बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का बयान सामने आया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोर्ट का इंतजार लंबा हो रहा है. इसलिए अब वे कोर्ट के फैसले का इंतजार नहीं करना चाहतें है. ऐसे में वे चाहतें है कि सरकार जल्द से जल्द अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण का काम शुरू करें.
इस बात को आलोक कुमार ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित करते हुए कहा कि वे पीएम मोदी के बातों से वे इत्तेफाक नहीं रखते है. इसलिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) चाहती है कि सरकार कोर्ट की कार्यवाही पूरी होने से पहले कानून लाकर मंदिर बनाना चाहिए. वे चाहतें है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में ही मंदिर निर्माण मामले पर फैसला हो. यह भी पढ़े: VHP राम मंदिर के लिए तेज करेगी आंदोलन, सासंदों का जुटाएगी समर्थन
Vishva Hindu Parishad: Hindu society cannot be expected to wait till eternity for a court decision, only way forward is to enact a legislation clearing the way for the construction of a grand temple at the Ram janmbhoomi. pic.twitter.com/mCSEJ3vgm2
— ANI (@ANI) January 2, 2019
पीएम मोदी के बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की आगे की क्या रणनीति होगी उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब कुंभ में राम मंदिर पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले में 31 जनवरी को धर्म संसद होगी, जिसमें मौजूद संत आगे क्या किया जाए, इसपर फैसला लेंगे.' मीडिया के बातचीत में आलोक कुमार ने यह भी कहा कि संत जैसा मार्गदर्शन करेंगे वीएचपी वैसा कदम उठाने को प्रतिबद्ध है.