Uttarakhand: नैनीताल में फटा बादल, चारधाम मार्ग में कई जगह बचाई गई लोगों की जान- देखिए किस कदर मची तबाही
बारिश से उत्तराखंड में तबाही (Photo: Twitter)

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश कहर बनकर बरस रही है. कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. प्रशासन अलर्ट पर है, इसके साथ ही चार धाम यात्रा रोक दी गई है. पर्यटकों के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं कि वे पहाड़ों में यात्रा करने से बचें. पहाड़ों में हो रही बारिश के बाद कई नदियां उफान पर हैं. कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं. नैनीताल का संपर्क कट गया है वहीं भूस्‍खलन के कारण कई लोगों की मौत हो गई है. Uttarakhand: भारी बारिश से तबाही- अब तक 5 की मौत, नैनीताल की प्रसिद्ध माल रोड तक पहुंचा झील का पानी.

नैनीताल जिले के रामगढ़ के एक गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है. कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया, 'नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में जहां बादल फटा था वहां से कुछ घायलों को बचा लिया गया है, उनकी वास्तविक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है.'

नैनीताल में फटा बादल

नैनीताल में बारिश से बुरे हाल

वहीं नैनीताल पहुंचने वाले तीन राजमार्ग भूस्खलन के चलते बंद हो गए हैं. नैनी झील का पानी आवरफ्लो होकर रोड पर बह रहा है. कुदरत के इस कहर से लोग दहशत में घरों में कैद हैं. पहाड़ के कई मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए हैं. संचार व्‍यवस्‍था ध्‍वस्‍त हो गई है. उत्तराखंड में कई जगहों पर लगातार हो रही बारिश से परेशानी बढ़ती जा रही है.

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास उफनते लामबगड नाले में फंसी एक कार में सवार लोगों को बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने बचाया

एएनआई ने एक और वीडियो शेयर किया है. जिसमें दिखाया गया है कि SDRF और पुलिस ने केदारनाथ धाम से लौटते समय लगातार बारिश के बीच जंगल चट्टी में फंसे करीब 22 श्रद्धालुओं को बचाया. उन्हें गौरी कुंड में शिफ्ट कर दिया गया है. चलने में कठिनाई का सामना कर रहे 55 वर्षीय एक भक्त को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.

श्रद्धालुओं को बचाया गया

हल्द्वानी में टूटा पुल

चंपावत में निर्माणाधीन पुल बहा

पानी के तेज बहाव के चलते नैनीताल को ऊधम सिंह नगर और चंपावत जिलों से जोड़ने वाला हल्द्वानी पुल का एक हिस्सा भी बह गया. साथ ही चंपावत में ही नदी के ऊपर निर्माणाधीन पुल भी पानी के तेज बहाव के चलते बह गया.