कोरोना महामारी के खिलाफ योगी सरकार ने छेड़ी जंग, यूपी के हर जिलें में खुलेगा कोविड-19 टेस्‍टिंग लैब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: IANS)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को अपने लखनऊ (Lucknow) स्थित आवास पर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण को रोकने और मौजूदा हेल्थ स्ट्रक्चर को अपग्रेड करने के संबंध में जरुरी दिशा-निर्देश दिए. इस बैठक में यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग अवनीश अवस्थी, 11 समितियों के प्रमुख और 12 नोडल अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.

बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य में पिछले 4-5 दिनों में कोरोना के पॉजिटिव मामले की संख्या बढ़ी है. आज कुल 308 केस हैं और इनमें से 168 केस तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं. प्रदेश में इसे हर स्तर पर रोकने के लिए केंद्र सरकार की मदद से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. Coronavirus: सीएम योगी ने राज्य के विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए की बात, कहा- 15 अप्रैल से हो सकता है लॉकडाउन खत्म, सहयोग की है जरूरत

साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महामारी के खिलाफ प्रदेश सरकार ने यूपी कोविड केयर फंड की स्थापना की है इस फंड का उपयोग हम प्रदेश में टेस्टिंग फैसिलिटी को बढ़ाने में करेंगे. प्रदेश में सभी मंडलीय मुख्यालय के जिला अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग लैब बनाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि जब उत्तर प्रदेश में कोरोना का पहला पॉजिटिव केस आया था, तब सूबे राज्य में एक भी लैब मौजूद नहीं था. आज केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश में 10 टेस्टिंग लैब सफलतापूर्वक काम कर रहे है. हम लोगों ने ये तय किया है कि प्रदेश में सभी मंडलीय मुख्यालय के जिला अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग लैब स्थापित करेंगे.

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 31 से अधिक इलाकों को पूरी तरह से सील किया गया है. इन सभी इलाकों में कोरोना वायरस पॉजिटिव केस पाए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 305 लोग कोरोना संक्रमित हैं. जबकि 21 संक्रमितों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और तीन लोगों की मौत हुई है.