जम्मू-कश्मीर के उरी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब आर्मी कैंप के पास गोलीबारी हुई है. यह घटना सोमवार सुबह की है, जिसके बाद सेना पूरे इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. वहीं कुछ संदिग्धों को सेना की कैंप के पास देखा गया था. फिलहाल स्थानीय पुलिस और सेना दोनों अलर्ट हो गए हैं.
उरी हमला भी उसी साल 18 सितंबर को उस समय हुआ था, जब भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के शहर में भारतीय सेना के मुख्यालय पर हमला किया था. आतंकियों ने घात लगाकर उस वक्त हमला किया था जब तड़के के समय जब जवान अपनै कैंप में सो रहे थे, उस वक्त घात लगाकर धोखे से आतंकियों ने हमला बोल दिया. इस आतंकी हमले में सेना के 19 जवान शहीद हुए थे.
J&K: Last night the security personnel of Army Artillery unit at Rajarwani, Uri detected some suspicious movement around the camp and opened fire. The area has been cordoned off and is being searched jointly by Police & Army. Two people are being examined. pic.twitter.com/yL2e4l3h5Y
— ANI (@ANI) February 11, 2019
उरी हमले का जवाब था सर्जिकल स्ट्राइक
8 सितंबर, 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में सेना के करीब 18 जवान शहीद हुए थे. हालांकि सेना ने कुछ घंटों की मुठभेड़ में चारों आतंकियों को मार गिराया लेकिन पाकिस्तान को इस हमले का सबक सीखना बाकी था. पाकिस्तान के इस कायराना हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया.
इसका बदला लेते हुए 28 सितंबर की रात को भारतीय सेना के जांबाजों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सात आतंकी ठिकानों को नष्ट किया.