UP Police Exam 2024: उत्तर प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2024 की परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो गई है. यह परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त 2024 को दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी.
सख्त सुरक्षा और अफवाहों पर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस विभाग इस परीक्षा के प्रति बेहद सतर्क हैं. सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर निगरानी रखी जा रही है. हाल ही में, शुक्रवार को आयोजित हो रही परीक्षा को लेकर अफवाहें फैलाई गईं कि परीक्षा प्रश्नपत्र लीक हो गए हैं. इस मामले में हुसैनगंज कोतवाली में निरीक्षक सतीेंद्र कुमार की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है. एफआईआर में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री यासर शाह का नाम भी शामिल है. यासर शाह पर प्रश्नपत्र लीक की झूठी अफवाहें फैलाने का आरोप है.
सोशल मीडिया पर अफवाहें
एफआईआर के अनुसार, कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे टेलीग्राम पर प्रश्नपत्र लीक की अफवाहें फैला रहे हैं. उनका उद्देश्य पैसे कमाना और सरकार की छवि को धूमिल करना है. शिकायतकर्ता ने एफआईआर में सोशल मीडिया आईडी भी दर्ज की है.
गोरखपुर में गिरफ्तारी
पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले गोरखपुर में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. गोरखपुर के बांसगांव से महिला कांस्टेबल समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल से पांच उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड मिले हैं. इनमें एक व्यक्ति दिल्ली का भी है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने उम्मीदवारों से बड़ी रकम की उगाही की योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
महिला कांस्टेबल के पास एडमिट कार्ड
गिरफ्तार की गई महिला कांस्टेबल गोरखपुर के बांसगांव की वार्ड नंबर 2 की निवासी है. महिला कांस्टेबल को एसटीएफ और बांसगांव पुलिस द्वारा उसके घर से पकड़ा गया है. महिला कांस्टेबल श्रावस्ती में तैनात है. एसटीएफ की पूछताछ जारी है. सूत्रों के अनुसार, एक व्यक्ति ने महिला कांस्टेबल के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती की थी. महिला कांस्टेबल के पास से 5 पास एडमिट कार्ड और नगद रकम बरामद की गई है.
इस मामले में पुलिस की सख्त कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद, सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और घोटालों के खिलाफ सतर्क रहना आवश्यक है. परीक्षा में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए अधिकारियों द्वारा की जा रही यह कार्रवाई परीक्षा की पारदर्शिता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.