लखनऊ: कोरोना (COVID-19) की दूसरी लहर का प्रकोप उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी जारी है. सूबे में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. योगी सरकार लगातार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जा रहा है. इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने डॉक्टरों, सुरक्षा कर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ की जिलावार सूची तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. इस लिस्ट में उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो हाल ही में कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक हुए हैं और अपनी सेवाएं देने को इच्छुक हैं. सीएम योगी ने आवश्यक होने पर इन लोगों को अस्पतालों में तैनात करने का निर्देश दिया है.
कोरोना के बढ़ते संकट के बीच योगी सरकार ने एक मई से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान को लेकर भी तैयारियां तेज कर दी है. सीएम ने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर व्यापक कार्ययोजना तैयार की जा रही है. रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि दोनों स्वदेशी वैक्सीन Covishield और Covaxin के 50-50 लाख डोज का ऑर्डर दे दिया गया है. Uttar Pradesh: योगी सरकार ने शुरू की यूपी को प्रदूषण मुक्त बनाने की तैयारी, 14 शहरों में जल्द फर्राटा भरेंगी 700 इलेक्ट्रिक बसें.
सरकार उठाएगी मरीजों का खर्चा
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अहम आदेश दिया. सीएम ने सभी अस्पतालों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि कोई भी अस्पताल किसी मरीज को वापस नहीं लौटाएगा. अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं है, तो मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती किया जाएगा और उसके इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी.
उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से हालात भयावह होते जा रहे हैं. बीते 24 घंटों में कोरोना के 33,574 नए केस सामने आए और 249 मरीजों की मौत हुई. इस अवधि में इलाज के बाद 26,719 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं. इस समय राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,04,199 हो गई है.