नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी दूसरे अन्य देशों के साथ भारत में भी तेजी के साथ पैर पसार चुकी हैं. इस महामारी के चलते देश में अब तक करीब 70 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं. वहीं करीब दो हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी हैं. स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार वर्तमान में 46 हजार 08 लोग कोरोना के सक्रीय मामले हैं. जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए कुल 22 हजार 454 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. इस महामारी से जहां प्रतिदिन हजारों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं वही देश के डॉक्टरों के अथक प्रयास के चलते बड़े पैमाने पर प्रतिदिन ठीक भी हो रहे हैं जो भारत सरकार के लिए किसी राहत से कम नहीं हैं.
मीडिया के बात चित में केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) ने कहा कि कोविड-19 के ठीक होने वालों की संख्या में प्रतिदिन सुधार हो रही है कोरोना वायरस के रिकवरी दर मंगलवार को 31.7% दर्ज की गई. वहीं उन्होंने कहा कि हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है. आज मृत्यु दर लगभग 3.2% है, कई राज्यों में यह इससे भी कम है. वैश्विक मृत्यु दर लगभग 7-7.5% है. बता दें कि दूसरे अन्य देशों में इस महामारी से प्रतिदिन सैकड़ों की तादात में लोगों की जान जा रही है. अमेरिका में तो ऐसी हालत हो गई है कि प्रतिदिन करीब हजार से दो हजार लोगों की जान जा रही है और वहां पर इस महामारी से जहां अब तक 80 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी हैं. वहीं 13.8 लाख लोग संरमित हैं .यह भी पढ़े: Coronavirus: भारत मे सुधार के साथ 29.36 प्रतिशत हुआ COVID-19 रिकवरी रेट, 216 जिलों में कोई पॉजिटिव केस नहीं
In the fight against #COVID19 our mortality rate is about the lowest in the world. Today the mortality rate is around 3.2%, in several states it is even less than this. Global fatality rate is around 7-7.5%: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan https://t.co/rpJP0vyMIa
— ANI (@ANI) May 12, 2020
वहीं सोमवार को कोरोना वायरस को लेकर 24 घंटे में 4213 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस के मामले देश में बढ़कर 67152 हजार हो गई थी और रिकवरी रेट 31.15 दर्ज की गई थी
बता दें कि कोरोना वायरस की इस महामारी से पूरा देश तो परेशान है ही. लेकिन महाराष्ट्र में इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. अब तक महाराष्ट्र में 23 हजार 401 लोग कोरोना वायरस से पीड़ित बताए गए हैं, इनमें से 4 हजार 786 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है और 868 लोगों की मौत हो चुकी हैं.