लखनऊ, 8 मार्च : प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद किए जा रहे एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने अलग-अलग बयानों में सवाल उठाए हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "एनकाउंटर के जरिए आरोपियों का सफाया कर सरकार क्या छुपाने की कोशिश कर रही है?"
उन्होंने आगे कहा कि मृतक भाजपा का सदस्य था और यूपी के एक मंत्री पर पैसे के सौदे का आरोप लगाया गया है. सरकार इस मामले में क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? क्या सरकार मंत्री के खिलाफ जांच शुरू करेगी? यह भी पढ़ें : Holi 2023: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में खेली फूलों की होली, जश्न का वीडियो वायरल
गौरतलब है कि अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया है कि यूपी के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने उनके भाई से पांच करोड़ रुपये का कर्ज लिया था और वह उसे वापस नहीं करना चाहते थे. उसने आरोप लगाया कि वह अब उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसके परिवार को फंसा रहा है.
इस बीच, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि राज्य सरकार एनकाउंटर करके विकास दुबे प्रकरण को फिर से बनाने की कोशिश कर रही है जो अब सरकार की मंशा को दर्शाता है. जुलाई 2020 में कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किए जाने के बाद स्थानीय पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. उन्होंने कहा कि यह अजीब है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय उन्हें मारने पर ध्यान दे रही है.