देश में सोमवार को पहाड़ो के बीच और रेगिस्तान में सुगमता के साथ दुश्मनों को ध्वस्त करने में सक्षम धनुष तोप (Dhanush) सेना के बेड़े में शामिल हो जाएगी. जी हां गन कैरिज फैक्ट्री (Gun Carriage Factory) जबलपुर में होने वाले औपचारिक कार्यक्रम में छह धनुष तोप सेना के अफसरों को सौंपी जाएगी. बता दें कि इन तोपों को आयुध निर्माणी कानपुर (OFC) और फील्ड गन फैक्टरी ने मिलकर बनाया है.
बता दें कि धनुष तोप स्वीडिश तोप बोफोर्स का स्वदेशी संस्करण है. धनुष तोप सेना द्वारा किए गए परीक्षण में 100 फीसदी खरी उतरी है और इसे हर मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस परिक्षण के बाद इसका आयुध निर्माणी कानपुर और फील्ड गन फैक्टरी में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो गया है.
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बता दें कि इस संबंध में भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय ने 19 फरवरी को हरी झंडी दी थी. 2022-23 तक 114 धनुष तोप और सेना को सौंप दिए जाएंगे. आयुध निर्माणी बोर्ड के उपनिदेशक व जनसंपर्क अधिकारी गगन चतुर्वेदी ने बताया कि सोमवार को होने वाले कार्यक्रम में सेना को पहली खेप के तौर पर छह धनुष तोप दी जाएगी.
बता दें कि धनुष तोप 2692 किलो वजनीय तोप है. जिसकी लम्बाई आठ मीटर है. इसका रेंज 42-45 किलोमीटर है. यह तोप प्रति मिनट में दो फायर और लगातार दो घंटे तक फायर करने में सक्षम है.