Chhatrapati Sambhajinagar News: पति की प्रताड़ना से तंग आकर महिला डॉक्टर ने की आत्महत्या, सुसाइड लेटर पढ़कर आंखों में आ जाएंगे आंसू
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo: X)

Chhatrapati Sambhajinagar News: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक महिला डॉक्टर ने अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली है. इस घटना ने पूरे स्वास्थ्य समुदाय को झकझोर कर रख दिया है. कई लोग मृतक डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. महिला डॉक्टर प्रतीक्षा गवारे के शव के पास से 7 पन्नों का सुसाइड लेटर भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपने पति के हाथों मानसिक शोषण का खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि उनके पति उन पर शक करते थे और लगातार दहेज की मांग करते थे. इस वजह से वह खुद को फंसा हुआ और असहाय महसूस कर रही थीं.

डॉ. गवारे की आत्महत्या के बाद उनके पिता ने सिडको पुलिस स्टेशन में प्रीतम शंकर गवारे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. फिलहाल प्रीतम फरार हो गया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

ये भी पढें: Sexual Abuse Case at Badlapur School: बदलापुर रेप केस में बड़ा अपड़ेट, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी अक्षय शिंदे

मृतक महिला डॉक्टर ने सुसाइड लेटर में लिखा है, "मैं तुमसे बहुत प्यार करती थी. तुम्हारे लिए मैं खुद को भूल गई. तुमने मुझ जैसी हंसती-खेलती और चंचल लड़की को परेशान करके उसकी गति धीमी कर दी. तुमने एक स्वार्थी और महत्वाकांक्षी लड़की को असहाय बना दिया. मैंने तुमसे बहुत सारे सपने लेकर शादी की थी, लेकिन तुमने मुझे परेशान करके सब बर्बाद कर दिया. कल भगवान के पास जाते समय मैंने मम्मी-पापा को फोन नहीं किया. मुझे अच्छा नहीं लगा, लेकिन मैंने खुद पर काबू रखा. मैंने शादी से पहले तुम पर पैसे खर्च किए. हालांकि, तुमने तर्क दिया कि तुमने शादी के खर्च के लिए अपने माता-पिता को पैसे दिए थे. मैंने वह पैसे अपनी मेहनत और अपने माता-पिता की मदद से कमाए थे. मैं अब भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं. अगर तुमने कभी मुझसे थोड़ा भी प्यार किया है, तो मुझे कसकर गले लगाओ और चिता पर लिटा दो. मुझे भूल जाओ और अपनी बाकी की जिंदगी खुशी से जियो. अलविदा, अब तुम एक आजाद पंक्षी हो.''

यह घटना भारत में महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार के खिलाफ चल रहे संघर्ष को उजागर करती है. डॉ. गवारे की दुखद मौत घरेलू दुर्व्यवहार के पीड़ितों के लिए अधिक समर्थन और सुरक्षा की आवश्यकता की कठोर याद दिलाती है.