First Indian Chip: 2025 में लॉन्च होगा पहला 'मेड इन इंडिया' चिप, अश्विनी वैष्णव ने दावोस में किया ऐलान

दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत के पहले 'मेड इन इंडिया' चिप के 2025 में लॉन्च होने की घोषणा की. उन्होंने सीएनबीसीटीवी18 की शिरीन भान से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश में सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूती से विकसित करने का श्रेय दिया.

सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रधानमंत्री की बड़ी भूमिका

मंत्री वैष्णव ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस उद्योग को तेजी से विकसित किया है." उन्होंने बताया कि 104 विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पहले ही हो चुके हैं. इन संस्थानों के पाठ्यक्रमों को अपडेट किया जा रहा है और डिजाइन पर विशेष जोर देने के लिए एक अलग निवेश योजना बनाई गई है.

सरकार की नीतियों का योगदान

फरवरी 2022 में, केंद्र सरकार ने भारत में तीन सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने को मंजूरी दी थी. अश्विनी वैष्णव ने इस उपलब्धि को "विश्वास और सही नीतियों" का परिणाम बताया. उन्होंने कहा कि जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने सेमीकंडक्टर नीति लॉन्च की थी, और जब वे इस उद्योग के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मिले, तो वे हैरान थे कि इतने कम समय में इतना काम कैसे हो गया.

महामारी ने सेमीकंडक्टर की महत्ता को समझाया 

महामारी के दौरान ऑटोमोबाइल, चिकित्सा उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को सेमीकंडक्टर की कमी के कारण बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा. इसने दुनिया को सिखाया कि सेमीकंडक्टर के स्रोतों में विविधता होनी चाहिए. यही कारण है कि वैश्विक सेमीकंडक्टर कंपनियां भारत में निवेश को लेकर बड़ी रुचि दिखा रही हैं.

सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत का बढ़ता आकर्षण

मंत्री वैष्णव ने बताया कि 'सेमिकॉन इंडिया' इवेंट्स में भागीदारी में चार गुना वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा, "भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम अपार संभावनाएं रखता है और यह देश को वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है."

भारत का पहला 'मेड इन इंडिया' चिप लॉन्च होना न केवल तकनीकी विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि यह भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेगा.