लखनऊ, 29 मार्च : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रंग, गुलाल की खुमारी से शहर-गांव सराबोर हो चुके हैं. खासकर कान्हा की नगरी मथुरा में होली की जबरदस्त धूम देखने को मिल रही है. गुलाल और रंगों की बरसात हो रही है. श्रद्धालुओं में अपने आराध्य संग होली (holi) खेलने की होड़ लगी है. रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में इस बार की होली खास है. 492 वर्ष बाद अपनी जन्मभूमि पर विराजे रामलला की होली में अद्भुत उमंग है. यहां इस बार की होली कहीं अधिक भव्यता के साथ मनाने की पूरी तैयारी है. भगवान भोले की नगरी काशी में भी हुड़दंग के साथ गलियों में रंगों की फुहार और गुलाल का रंग और चटक हो गया है. यह भी पढ़े: Holi 2021: वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में भक्त खेल रहे होली, देखें वीडियो
होली पर मथुरा-वृंदावन में हर बार की तरह इस बार भी अजब माहौल दिखा. रंग, गुलाल, हंसी, ठिठोली में सराबोर चहुंओर खुशी का माहौल है। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या जवान हर जुबान पर सिर्फ और सिर्फ उल्लास छाया है. यह नजारा दिखा मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में.
होलिका दहन के साथ ही रंगोत्सव शुरू हो गया. इसी के साथ शुरू हो गया है एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की बधाई का दौर. हालांकि फिर से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के आंकड़ों ने होली का रंग फीका जरूर कर दिया है. सुरक्षित रहने के लिए लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा. होली के पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है. उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए होली मनाने की अपील की है. योगी ने कहा कि होली का पर्व हमें अधर्म, असत्य और अन्याय जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियों से लड़ने की प्रेरणा देता है.
मंदिर में टेसू के फूलों के रंगों की बरसात
वृंदावन स्थित ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में रंगभरनी एकादशी से रंग बरस रहा है. श्रद्धालुओं में अपने आराध्य संग होली खेलने की होड़ लगी है. होली के रंग में सराबोर होकर श्रद्धालु ठाकुर जी की जय-जयकार कर रहे हैं. द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को डोल महोत्सव के आयोजन के साथ होली के आयोजन हुए. मंदिर में टेसू के फूलों के रंगों की बरसात हुई. अबीर-गुलाल के बादल छा गए. भक्तों ने जमकर होली की मस्ती की। श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन कर धन्य हो रहे थे.
होली पर गत वर्ष मथुरा और अयोध्या के बीच शुरू हुई परंपरा एक कदम और आगे बढ़ी है. वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर की ओर से इस बार होली के मौके पर रामलला समेत गर्भगृह में विराजमान सभी विग्रहों के श्रृंगार के लिए गुलाल के साथ वस्त्र भी भेजे गए हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की जन्मभूमि से जुड़े मुकदमे का फैसला आने के बाद गत वर्ष बांके बिहारी मंदिर की ओर से होली के मौके पर भगवान राम को अर्पित करने के लिए गुलाल भेजा गया था. इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए इस बार फिर बांके बिहारी मंदिर के पुजारी गोपी गोस्वामी की ओर से भगवान रामलला के लिए नीले रंग का वस्त्र तथा पीले रंग का गुलाल भेजा गया है.
बनारस का मिजाज और अंदाज निराला है. पर्व उत्सवों को मनाने की अदा भी आला है. कुछ ऐसे ही होलिका दहन से पहले होली बारात निकाली गई. बड़ी बाजार स्थित शीतला मंदिर से जब झांकियां निकलीं तो इसमें काशी की गंगा-जमुनी तहजीब नजर आई.