नई दिल्ली, 22 मई : जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को सर्वसम्मति से बरकरार रखने के उसके आदेश की समीक्षा के लिए दायर याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज करने का स्वागत करते हुए भाजपा ने इसे आशा, लोकतंत्र और विकास की जीत करार दिया है.
आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आशा, लोकतंत्र और विकास की जीत है. अनुच्छेद 370 हटने से पहले जम्मू-कश्मीर की जनता को पीपीपी यानी परिवारवाद, पाकिस्तान परस्ती और पत्थरबाजी का सामना करना पड़ता था. लेकिन 370 हटने के बाद पीपीपी की वह राजनीति अब विकास और लोकतंत्र की राजनीति में बदल गई है. यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024: ‘मुझे परमात्मा ने भेजा है, वही मेरी ऊर्जा का श्रोत है’, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह थकते क्यों नहीं है?
पूनावाला ने लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में हुई रिकॉर्ड वोटिंग का जिक्र करते हुए कहा कि श्रीनगर और बारामुला में लोकसभा चुनाव में जो रिकॉर्ड हाई वोटर टर्नआउट देखने को मिला है, वह बताता है कि जम्मू कश्मीर की जनता ने 370 हटाने का स्वागत करते हुए उस पर मुहर लगा दी है और अब लाल किला से लेकर लाल चौक तक तिरंगा झंडा फहरा रहा है. जम्मू-कश्मीर आतंकवाद के हब की बजाय अब पर्यटन के हब में बदल गया है.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा कि जनता की अदालत से लेकर देश की सर्वोच्च अदालत तक ने अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को सही करार दिया है, लेकिन कुछ लोग 370 को फिर से वापस लाने का वादा कर रहे हैं जबकि यह देश के संविधान के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 के कारण ही भारत का संविधान पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं हो पा रहा था जिसका नुकसान वहां के दलितों के साथ-साथ समाज के अन्य वर्गों को भी हो रहा था. मोदी सरकार ने 370 को हटाकर इस अन्याय को खत्म करने का काम किया है.