अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट का मुद्दा यूपी चुनाव में गूंज रहा है. पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक आतंकी के परिवार के तार सपा से जुड़े होने का दावा किया तो इसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "अहमदाबाद बम धमाकों के तार सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं, इसलिए अखिलेश यादव अभी तक मौन हैं. कारण क्या है? आतंकी का अब्बूजान समाजवादियों का भाईजान इसलिए बंद है अखिलेश की जुबान." UP Elections 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा पर बोला हमला, कहा- समाजवादी पार्टी के प्रचारक हैं आजमगढ़ के आतंकवादी के अब्बाजान.
पूरे मामले में अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, जहां तक सवाल अनुराग ठाकुर का है तो जिस समय वह घटना हुई थी (2008 अहमदाबाद बम धमाका) तो हम लोग (मैं, अनुराग ठाकुर और नीरज शेखर) एक ही गाडी में बैठकर रक्षा कार्यालय गए थे जहां प्रादेशिक सेना की ट्रेनिंग थी. अगर मैं आतंकवादी हूं तो वह भी आतंकवादी होंगे.
अखिलेश यादव का जवाब
If just a photo is a parameter, with which leader can pics of industrialists running out of the country with money be seen? When I was an LS MP, a Pakistani General who later became the President had come there & I saw BJP leaders almost touching his feet: SP chief Akhilesh Yadav https://t.co/rPmmkeIYSH pic.twitter.com/FmHXhCLMOq
— ANI (@ANI) February 20, 2022
अखिलेश यादव ने कहा, "प्रदेश क़ानून से चलेगा. समाजवादी पार्टी संस्थाओं को मजबूत करेगी. हम संस्थाओं को हटाकर कोई नया राज नहीं ला सकते. हम लोकतंत्र में रहते हैं इसलिए मैंने कहा यह देश का सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है. यह चुनाव लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है."
क्या कहा था अनुराग ठाकुर ने
अनुराग ठाकुर ने कहा था, 'अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के 49 दोषियों में एक मोहम्मद सैफ, सपा नेता शादाब अहमद का बेटा है, लेकिन अखिलेश उन पर चुप हैं. केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान शादाब अहमद और अखिलेश यादव की फोटो भी दिखाई. तस्वीरों में दोनों साथ नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्या अखिलेश ने उन्हें बिरयानी पर बुलाया था?
अनुराग ठाकुर ने कहा था, 'अहमदाबाद सीरियल बम विस्फोट के तार सीधे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ जुड़े थे. कोर्ट का फैसला आने के बाद भी समाजवादी पार्टी के नेता चुप हैं। ये चुप्पी एक बार फिर आतंकियों के संरक्षण की तरफ उंगली उठाती है."