झारखंड: अवैध काला जादू करने वाली एक तांत्रिक महिला ने दूसरी महिला के शरीर से आत्मा निकालने के लिए उसके शरीर पर कथित तौर पर त्रिशूल घोपा, उसकी आंखें निकाल ली, उसकी नाक भी तोड़ दी. जिसके बाद पीड़ित महिला की मौत हो गई. ये घटना पीड़िता के परिवार की मौजूदगी में झारखंड के गढ़वा जिले में हुई. इस घटना से लोगों का दिल दहल उठा है. ख़बरों के अनुसार तांत्रिक महिला ने एक कमरे के अंदर 'अनुष्ठान' किया, जबकि महिला का परिवार बाहर इंतजार कर रहा था. उसकी चीख सुनकर सब लोग अंदर गए. ग्रामीणों ने इस घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद तांत्रिक महिला और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि, “हमने जादूगरनी आलम देवी और उनके पति सत्येंद्र उरांव को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया और इस संबंध में रमना पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. रमना थाने के प्रभारी अधिकारी लाल बिहारी रजक ने कहा, साठ वर्षीय रुदनी देवी पर एक त्रिशूल से उनकी आंखों, पैरों और पेट पर कई बार प्रहार किया गया था. उन्होंने कहा कि महिला की हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए त्रिशूल को भी जब्त कर लिया गया है. जांच अधिकारी ने कहा कि, 'महिला के शरीर पर छुरा घोंपने के कई निशान पाए गए हैं, जबकि उसकी आंखें बाहर निकली हुई थीं और नाक टूटी हुई थी.
मृतिका के परिवार के सदस्यों के अनुसार, महिला को वो लोग तांत्रिक के पास इलाज के लिए ले आए थे, क्योंकि वह काफी समय से बीमार थी. चिकित्सा उपचार से गुजरने के बावजूद, वह ठीक होने में विफल रही. उन्हें बताया गया कि एक दुष्ट आत्मा ने उसके शरीर को अपने कब्जे में ले लिया है और इसलिए उसे आत्मा से मुक्त कराने के लिए उन्हें वहीं रूकना होगा. मृतक महिला के परिवार वालों बताया कि, “हम यहां से लगभग 45 किलोमीटर दूर भवनाथपुर गांव से 14 अगस्त को आए थे और तांत्रिक के निवास पर रूके थे क्योंकि उसे काला जादू करना था.
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शनिवार को अचानक उसने मेरी मां को एक बुरी आत्मा के चंगुल से मुक्त करने के नाम पर एक त्रिशूल से उसके शरीर पर कई बार वार कर उनकी हत्या कर दी, ये बात मृतक महिला के बेटे दिनेश उरांव ने कहा. "उसकी चीखें सुनने के बाद वे बगल के कमरे में दाखिल हुए जहां तांत्रिक काला जादू कर रही थी और उसने अपनी मां को त्रिशूल से मारते हुए देखा. जब तक हम कुछ समझ पाते, वह मर चुकी थी'.