नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P. Chidambaram)ने रविवार को कहा कि सदफ जफर, एस आर दारापुरी और पवन राव को हिंसा के मामले में उनके खिलाफ बिना किसी सबूत के गिरफ्तार किया जाना ‘‘शर्मनाक’’ है. चिदंबरम ने कहा कि पुलिस ने चौंकाने वाली स्वीकारोक्ति की है कि उनकी संलिप्तता का कोई साक्ष्य नहीं है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सदफ जफर, एस आर दारापुरी और पवन राव आम्बेडकर को पुलिस की इस स्वीकारोक्ति के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया कि हिंसा में उनकी संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है. यह चौंका देने वाली स्वीकारोक्ति है.
चिदंबरम ने कहा, ‘‘यदि ऐसा था, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार ही क्यों किया? और मजिस्ट्रेट ने सबूत देखे बिना उन्हें हिरासत में कैसे भेज दिया?’’ यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: पूर्व IPS अधिकारी एसआर दारापुरी के घर स्कूटी से पहुंची प्रियंका गांधी, पुलिस पर लगाया गला दबाने का आरोप
Sadaf Jafar, S R Darapuri and Pavan Rao Ambedkar released on bail after police ADMITTED no evidence of their involvement in violence. Shocking admission.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 5, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सदफ जफर और एसआर दारापुरी, पवन राव को गिरफ्तार किया था.