अहमदाबाद: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के प्रावधान खत्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान (Pakistan) खिसियाया हुआ है. इसलिए पाकिस्तान सीमा पर बार-बार सीजफायर का उल्लंघन कर आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है. लेकिन सीमा पर मुस्तैद भारतीय जवान पाकिस्तान के इस मंसूबे को कामयाब नहीं होने दे रहे है. इस वजह से अब पाकिस्तान समुद्री रास्ते से भारत में अपने आतंकी भेजना चाहता है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बाद गुजरात के सभी बंदगाहों और तटवर्ती इलाकों में हाईअलर्ट जारी किया गया है. अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ बीएसएफ और भारतीय तटरक्षक बल को खास तौर पर सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है. आशंका जताई जा रही है कि पाक प्रशिक्षित एसएसजी कमांडो या आतंकवादी छोटी नौकाओं का उपयोग करके कच्छ की ओर से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते है. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में सतर्कता और गश्त बढ़ा दी है.
Security enhanced at the Kandla port in view of inputs that 'Pakistani commando are likely to infiltrate into Indian territory through Kutchh area, through sea route to create communal disturbance or terrorist attack in Gujarat.' pic.twitter.com/viGS1MqDrZ
— ANI (@ANI) August 29, 2019
इंटेलिजेंस इनपुट के जरिए खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी कमांडो गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा या आतंकवादी हमले के लिए समुद्री मार्ग से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की फिराक में है. जिसके बाद कांडला पोर्ट पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
यह भी पढ़े- PoK के रास्ते भारत में घुसपैठ कर सकते हैं 100 से अधिक आतंकवादी: खुफिया रिपोर्ट
Intelligence Sources:BSF&Indian Coast Guard along with other security agencies on high alert after inputs suggest that Pak trained SSG commandos or terrorists would try to enter Gulf of Kutch and Sir Creek area using small boats. Enhanced vigil and patrolling in the area underway pic.twitter.com/RkzlS4lfeL
— ANI (@ANI) August 29, 2019
जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से समुद्री रास्ते से पाकिस्तान की ओर से संभावित आतंकी हमले का अलर्ट पहले ही जारी किया गया था. साथ ही नौसेना को हाईअलर्ट पर रखा गया है. देश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों समुद्री तटों पर किसी भी हमलें से निपटने के लिए जहाज और एयरक्राफ्ट अलर्ट पर हैं.