Donkey Milk Scam: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में "गधे के दूध" के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. खबरों के अनुसार, तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने सैकड़ों लोगों को अपनी "गधे के दूध" वाली योजना में निवेश करवाकर धोखा दिया. इस शख्स ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में एक गधा फार्म स्थापित किया था और सोशल मीडिया, विशेषकर यूट्यूब के माध्यम से इसका प्रचार किया. उसने दावा किया कि गधे के दूध की कीमत 1,600 से 1,800 रुपये प्रति लीटर है और इसके व्यापार में भारी मुनाफा हो सकता है.
इस धोखेबाज ने यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट करके अपने गधे फार्म को दिखाया और यह वादा किया कि गधों के पालन-पोषण में निवेश करने वालों को बड़े लाभ मिलेंगे. उसने लोगों को आसानी से पैसे कमाने का झांसा दिया और कई जगहों पर सेमिनार और मीटिंग्स आयोजित कीं.
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उसके इस लालच में आकर सैकड़ों लोगों ने गधों को खरीदना शुरू कर दिया. इनमें कुछ सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी शामिल थे. बताया जाता है कि प्रत्येक गधे की कीमत 90,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक थी, जो उनके "गुणवत्ता" पर निर्भर करती थी. इसके अलावा, इस सांझे में फंसे लोगों ने दूध को स्टोर करने के लिए उच्च क्षमता वाले फ्रीजर भी खरीदे, जिनकी कीमत 75,000 से लेकर 1.5 लाख रुपये तक थी, क्योंकि धोखेबाज ने कहा था कि दूध को अल्ट्रा-कोल्ड स्टोरेज में रखना जरूरी है.
शुरुआत में इस स्कैम के तहत कुछ मुनाफा दिखाया गया, लेकिन जल्द ही समस्याएं शुरू हो गईं. जैसे-जैसे निवेशक दूध बेचने के लिए उसे कॉल करने लगे, धोखेबाज ने भुगतान में देरी के बहाने देने शुरू कर दिए और कुछ फर्जी फार्मा डील्स का हवाला दिया. आखिरकार, उसने निवेशकों और फ्रेंचाइज़ी मालिकों के कॉल उठाना बंद कर दिया, जिससे सैकड़ों लोग निराश और ठगे हुए रह गए.
कुछ निवेशकों ने भारी नुकसान के चलते अपने गधों को छोड़ दिया. आंध्र प्रदेश में लगभग 46 पीड़ित अब भी करीब 9 करोड़ रुपये की वापसी का इंतजार कर रहे हैं.