नई दिल्ली: बीजेपी (BJP) के एक शिष्टमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) से मिलकर केरल विशेषकर सबरीमाला (Sabarimala) में श्रद्धालुओं के बुनियादी अधिकारों के कथित दमन को रोकने के लिये उनसे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. भाजपा महासचिव सरोज पांडे के नेतृत्व में पार्टी शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा. भाजपा के ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि केरल खासतौर पर सबरीमाला में अघोषित आपातकाल की स्थिति है जो वहां की स्थानीय सरकार द्वारा पैदा की गयी है.
केरल सरकार राज्य में हिन्दुओं की आस्थाओं पर चोट पहुंचाने का प्रयास कर रही है. प्रदेश सरकार ने सबरीमाला के आसपास धारा 144 लगा दी है. पार्टी ने कहा कि इस क्षेत्र में धारा 144 लगाने से लोग मंत्रोच्चार और भजनगान नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि यह हमेशा समूह में होता है. निषेधाज्ञा लगाने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है. यह भी पढ़े: शिवसेना ने बीजेपी और आरएसएस पर साधा निशाना कहा- सबरीमाला और राम मंदिर पर अलग-अलग रुख क्यों
ज्ञापन में कहा गया है कि केरल की माकपा सरकार की शह पर राज्य में श्रद्धालुओं, भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. पार्टी ने आरोप लगाया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश की अनुपालना के नाम पर माकपा सरकार पुरानी परंपराओं और धार्मिक आस्था को खत्म करने का प्रयास कर रही है. पार्टी ने कहा कि सबरीमला समेत पूरे केरल में सामान्य स्थिति बहाल होनी चाहिए.