राजस्थान (Rajasthan) के हनुमानगढ़ (Hanumangarh) जिले में ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) द्वारा सूचना के अधिकार कानून (RTI) के जवाबी लिफाफों में कथित तौर पर इस्तेमाल किए जा चुके कंडोम भेजे जाने का मामला सामने आने और इसका कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं. दरअसल, हनुमानगढ़ जिला स्थित भद्रा तहसील के चानी बड़ी निवासी विकास चौधरी और मनोहर लाल ने आरटीआई के तहत पिछले साल 16 अप्रैल को ग्राम पंचायत से कथित तौर पर 2001 से विकास परियोजनाओं में हुए भ्रष्टाचार (Corruption) को लेकर जानकारी मांगी थी.
#Rajasthan: Villagers Manohar Lal and Vikas Chaudhari say they received condoms in reply to their RTI application to Gram Panchayat Chhani Bari, Hanumangarh district, demanding record of development work done in the area in the last 5 years. pic.twitter.com/X6tOKOtEvB
— ANI (@ANI) January 17, 2019
सूचना का अधिकार कानून के तहत जवाब 30 दिनों के भीतर भेजना अनिवार्य है, लेकिन याचिकाकर्ताओं ने बताया कि उनको यह जवाब हाल ही में मिला है. उन्होंने बताया कि प्रदेश सूचना आयोग के आदेश पर ग्राम पंचायत ने उनको जवाब भेजा है. जवाब पहले चौधरी को मिला. लिफाफे की वस्तु को लेकर मनोहर लाल के साथ उन्होंने खंड विकास अधिकारी (BDO) से संपर्क किया, ताकि उनको पता चले कि दूसरे पैकेट में क्या है. चौधरी ने कहा कि बीडीओ ने हमारे घर आने से मना कर दिया तो हमने गांव के अन्य लोगों के सामने पैकेट खोला और उस घटना की वीडियो बनाई.
उन्होंने कहा कि दूसरे पैकेट में भी अखबार में लिपटे इस्तेमाल किए गए कंडोम थे. हनुमानगढ़ जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नवनीत कुमार ने बताया कि मसले की तह तक जाने के लिए जांच की गई. उन्होंने कहा कि यह गांव के दो गुटों में विरोध का नतीजा हो सकता है. कुमार ने कहा कि दो गुटों के बीच झगड़े के कारण वे एक-दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे. यह भी पढ़ें- कांग्रेस नेता हरीश रावत का बड़ा बयान, कहा- पापी हैं भाजपाई, हमारी पार्टी बनाएगी राम मंदिर
उन्होंने कहा कि भद्रा के बीडीओ गोपीराम ने इस मसले की जांच की है. उन्होंने सरपंच व गांव के अन्य पदाधिकारियों से बातचीत की है. सरपंच ने कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं. वह उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे. वे आरटीआई और अन्य अनावश्यक सवाल भेजकर आरटीआई के नाम पर धमकाते हैं.
आईएएनएस इनपुट