चेन्नई, 22 फरवरी : क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मौद्रिक सख्ती जारी रखेगा और नीतिगत दर में 25 आधार अंकों (बीपीएस) की बढ़ोतरी करेगा. एक रिपोर्ट में, एक्यूइट रेटिंग्स को उम्मीद है कि आरबीआई मुख्य मुद्रास्फीति दबावों के सामान्यीकरण से मजदूरी-मूल्य स्पिरल में होने से बचाने के लिए मौद्रिक सख्ती के साथ जारी रहेगा.
एक्यूइट रेटिंग्स ने कहा, "अप्रैल 2023 में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी के बाद, एमपीसी (मौद्रिक नीति समिति) प्रभाव मूल्यांकन के लिए विराम का विकल्प चुन सकती है. यह रुख 'न्यूटरल' में तभी बदल सकता है, जब मुख्य मुद्रास्फीति 5 प्रतिशत से नीचे की निरंतर गिरावट का गवाह बने." रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन महीनों में, दुनिया की अधिकांश अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति चरम स्तर से नीचे उतरना शुरू हो गई है. मौद्रिक सख्ती के बने रहने के बावजूद इस विकास का परिणाम अधिकांश केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति की आक्रामकता में एक कदम कम होना है. यह भी पढ़ें : 8th Pay Commission: खुशी से झूम उठेंगे केंद्रीय कर्मचारी, 8वें वेतन आयोग में इतनी बढ़ जाएगी सैलरी! पढ़िए ये नया अपडेट
एमपीसी ने 8 फरवरी को रेपो रेट को 25 बीपीएस बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था. यह 22 मई से रेपो रेट में संचयी वृद्धि को 250 बीपीएस तक ले जाता है. एक्यूइट रेटिंग्स ने कहा कि हालांकि, वित्त वर्ष 2023 के लिए औसत मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान में 6.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही से 5.6 प्रतिशत के लिए, केंद्रीय बैंक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मुख्य मुद्रास्फीति लगभग 6 प्रतिशत के स्तर पर बनी हुई है.