जयपुर: कई दिनों की मशक्कत के बाद भी राजस्थान (Rajasthan) के सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve Fire) में लगी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. इस बीच खबर है कि रविवार को वहां सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजली तेंदुलकर (Anjali Tendulkar) घुमने पहुंची, तो उनके साथ फ़ील्ड डायरेक्टर आरएन मीणा और डीएफ़ओ भी मौजूद रहे. रिपोर्ट्स के अनुसार, जब फॉरेस्ट अधिकारी अंजली तेंदुलकर के साथ जंगल सफारी पर निकले थे, तब उन्हें टाइगर रिजर्व में आग लगने की सूचना मिल चुकी थी. इस वजह से फॉरेस्ट अधिकारियों की खूब आलोचना हो रही है. लोगों का कहना है कि आग को नियंत्रित करने के बजाय फॉरेस्ट अधिकारी सेलेब्रेटी को घुमाने में ज्यादा रूचि रखते है. प्रधानमंत्री ने सरिस्का के जंगलों में लगी आग के मुद्दे पर गहलोत से की बात
सरिस्का टाइगर रिजर्व में आग को बुझाने का काम बुधवार को फिर शुरू हुआ और वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर ने पानी का छिड़काव किया. वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा,‘‘आग मंगलवार रात ज्यादा नहीं फैली और कल की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक पर काबू पा लिया गया है.’’ उन्होंने कहा कि जहां बड़े-बड़े घास के मैदान थे वहां आग पर लगभग काबू पा लिया गया है. अधिकारी ने कहा, ‘‘जिस इलाके में घास के मैदान कम हैं, वहां अब भी आग लगी हुई है, इसलिए हमें उम्मीद है कि आग पर पूरी तरह काबू पाने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा."
रविवार शाम जब सरिस्का में आग लगी तो उसे नियंत्रित करने के बजाय फ़ील्ड डायरेक्टर आर.एन. मीणा (लाल गोले में) सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजली तेंदुलकर को जंगल घुमाने में व्यस्त थे। साथ में डीएफ़ओ साब भी थे (काले गोले में)। @ashokgehlot51 @pantlp @8PMnoCM pic.twitter.com/2q40InSKwf
— प्रो. राकेश गोस्वामी / Prof. Rakesh Goswami (@DrRakeshGoswami) March 29, 2022
अधिकारी का कहना था कि जो आग कल दिन में 10 वर्ग किलोमीटर में फैल गई थी वह अब पांच छह वर्ग किलोमीटर में रह गई और हेलीकॉप्टर पास की सिलीसेढ़ से पानी लाकर छिड़काव कर रहे हैं. उनके मुताबिक आग बुझाने के काम वन विभाग के कर्मचारियों, नेचर गाइड और स्थानीय लोगों के साथ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दो बचाव टीम भी लगी हुई हैं. उल्लेखनीय है कि रविवार शाम को लगी आग पर सोमवार को काबू पा लिया गया लेकिन यह बाद में फिर भड़क गई.
वन विभाग ने आसपास के गांवों के लोगों से जंगल में नहीं जाने को कहा है क्योंकि जहां आग लगी है वहां चार बाघ और पांच शावक घूमते हैं. उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में स्थित इस टाइगर रिजर्व में 27 बाघ और कई अन्य जानवरों प्रजातियां हैं.