मुंबई: लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha election 2019) को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी. पार्टी ने रविवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की. पार्टी की आगे की रणनीति क्या होगी. इसके बारे में राज ठाकरे 19 मार्च को पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने वाले है. जिसके बाद उनके आगे के रणनीति के बारे में पता चलने वाला है.
राज ठाकरे की पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने को लेकर एक लेटर जारी किया गया है. जिस लेटर में लिखा गया है कि उनकी पार्टी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगी. बाकी चुनाव को लेकर क्या बोलना है. इसके बारे में 19 मार्च को बाताया जाएगा. यह भी पढ़े: चुनाव से पहले राज ठाकरे को बड़ा झटका, MNS का इकलौता विधायक शरद सोनवाने शिवसेना में शामिल
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यंदाची "लोकसभा सार्वत्रिक निवडणूक २०१९" लढविणार नाही, बाकी १९ मार्च २०१९ ला बोलूच... जय महाराष्ट्र!#LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/tq8La2y4qt
— MNS Adhikrut (@mnsadhikrut) March 17, 2019
लोकसभा चुनाव 2014 में एक भी सीट पर नहीं मिली थी सफलता
बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने एक भी सीट नहीं जीती थी. पार्टी ने 9 उम्मीदवार उतारे थे. इसके बाद के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी, मनसे 250 पर चुनाव लड़ी थी सिर्फ उसे एक सीट पर जीत मिली थी. जो उनका विधायक चुनाव जीता था वह भी इस समय उनके साथ नहीं है. उनका वह विधायक भी पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गया है.'
गौरतलब हो कि इसके पहले कयास लगया जा रहा था कि कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन में राज ठाकरे की पार्टी को भी शामिल किया जाएगा. लेकिन कांग्रेस के विरोध के चलते मनसे को नहीं शामिल किया गया. इसके बाद यह भी कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस ने मनसे को गठबंधन में शामिल नहीं किया शायद एनसीपी मनसे को अपने साथ ले. लेकिन दोनों पार्टियों के बीच भी गठबंधन नहीं हो सका. अब ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि राज ठाकरे की पार्टी का एनसीपी के साथ भले ही गठबंधन नहीं हो पाया. लेकिन राज ठाकरे की पार्टी एनसीपी कोइस चुनाव में मदद कर सकती है.