Rail Budget 2019: मोदी सरकार शुक्रवार को अपना आखिरी बजट पेश कर रही है. वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने के बाद पीयूष गोयल अबकी बार का बजट पेश कर रहे है. दरअसल वित्त मंत्री अरुण जेटली इलाज के लिए अमेरिका में हैं. आम चुनाव से पहले पेश हो रहे रेल बजट में योजनाओं की छड़ी लगने की उम्मीद पहले ही जताई गई थी. सूत्रों के मुताबिक यह बजट रेल यात्रियों की सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक रेल बजट में सबसे ज्यादा फोकस रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर किया गया है. इस बजट में यात्री किराये में बढ़ोतरी की उम्मीद कम हैं. यह तीसरी बार होगा जब रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया जाएगा. मोदी सरकार ने 92 साल पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया. इससे पहले रेल बजट को आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता था.
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पिछले बजट में रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 25 हजारा से ज्यादा यात्रियों वाले सभी रेलवे स्टेशन्स पर एस्केलेटर्स बनाने का ऐलान किया. साथ ही सभी रेलवे स्टेशन्स पर वाईफाई और सीसीटीवी कैमरे लगवाए. 600 बड़े रेलवे स्टेशन्स का पुनर्विकास किया जा रहा है. 36000 किमी की नई रेल लाइने बिछाने का भी प्रावधान किया गया था.