नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस आज यानी गुरुवार 2 मई को खत्म होने की संभावना है, क्योंकि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि इस मामले पर अगले 24-30 घंटों में घोषणा की जाएगी. सभी की निगाहें अमेठी और रायबरेली सीट पर है. इन सीटों पर नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया सिर्फ आज और कल जारी रहेगी. Read Also: PM मोदी वाराणसी से इस दिन करेंगे नामांकन, होगा भव्य रोडशो.
इस बीच अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि कांग्रेस की कहानी में मोड़ हो सकता है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी कथित तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी या रायबरेली से लड़ने के इच्छुक नहीं हैं और वह नहीं चाहते हैं कि इन सीटों पर परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतारा जाए
वहीं, राहुल गांधी ने अब लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई को पुणे में एक रैली को संबोधित करने की योजना बनाई है. दोनों हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में 20 मई को मतदान होगा.
पारंपरिक सीटों पर नहीं लड़ेगा गांधी परिवार?
अमेठी और रायबरेली को गांधी-नेहरू परिवार का पारंपरिक क्षेत्र माना जाता है क्योंकि इसके सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीटों का प्रतिनिधित्व किया है. अमेठी सीट राहुल गांधी का गढ़ रही है, जिन्होंने 2004 से इसका प्रतिनिधित्व किया था, और वह 2019 तक लगातार तीन बार इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रहे. वह 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे.
राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव जीता था. इस बार भी राहुल वायनाड से चुनाव मैदान में हैं.
वर्ष 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सोनिया गांधी ने किया. उससे पहले सोनिया गांधी ने राजनीति में प्रवेश करने के बाद अमेठी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और 1999 में पहली बार चुनाव लड़ा था. सात चरण के आम चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा.