नई दिल्ली:- कश्मीर के गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह (DSP Davinder Singh) को लेकर लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रही है. कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और एनएसए क्यों चुप हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, डीएसपी दविंदर सिंह ने अपने घर पर तीन ऐसे आतंकवादियों को शरण दी और उन्हें आतंकियों को दिल्ली ले जाते हुए पकड़ा गया, जिनके हाथ में भारतीय नागरिकों का खून लगा है. उन्होंने लिखा कि फास्टट्रैक में यह केस चलना चाहिए और अगर दोष साबित होता है तो कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने सवाल भी किया है, क्या पुलवामा हमले में दविंदर सिंह की क्या भूमिका थी? उसने और कितने आतंकियों की मदद की? उसे कौन प्रोटेक्शन दे रहा था और क्यों दे रहा था?’
गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह से जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवादियों से सांठगांठ और कई मामलों को लेकर पूछताछ कर रही है. जिसके बाद पुलिस गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह के मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप देगी. पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, दविंदर सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पूरे ऑपरेशन की योजना जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा बनाई गई और गिरफ्तार अधिकारी पर कोई ढिलाई नहीं दिखाई जाएगी. यह भी पढ़ें:- मैं हूं पाकिस्तानी!, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी बोले-देश मोदी और अमित शाह की बपौती नहीं: मीडिया रिपोर्ट.
DSP Davinder Singh sheltered 3 terrorists with 🇮🇳 blood on their hands at his home & was caught ferrying them to Delhi.
He must be tried by a fast track court within 6 months & if guilty, given the harshest possible sentence for treason against 🇮🇳.#TerroristDavinderCoverUp pic.twitter.com/gc2BlhBOwM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 16, 2020
ज्ञात हो कि दविंदर सिंह को पिछले हफ्ते हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर नावेद बाबू और इरफान नाम के वकील के साथ गिरफ्तार किया गया था, जब उनकी कार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में पुलिस ने राजमार्ग पर रोक दिया था. वहीं गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह को लेकर अब आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने तंज कसा था. सुरजेवाला ने डीएसपी दविंदर सिंह की भूमिका पर सवाल उठाते हुए एक मोहरा करार दिया.