चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar) जिले में बुधवार को 39 वर्षीय उद्योगपति (Industrialist) ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. यह घटना गोराया शहर (Goraya Town) की है. उद्योगपति ने अपने पैतृक गांव में अपने ही लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या (Suicide) कर ली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. गौतमबुद्ध नगर जिले में गत 24 घंटों में नौ लोगों ने आत्महत्या की
स्थानीय पुलिस ने कहा कि उद्योगपति को पहले गंभीर हालत में फगवाड़ा (Phagwara) के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया. जहाँ पर ऑपरेशन कर गोली को निकाल लिया गया. लेकिन दोपहर 12.30 बजे के आसपास उद्योगपति ने दम तोड़ दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक एक ऑटोमोबाइल पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग कने वाली कंपनी का डायरेक्टर था, जबकि उसके पिता फर्म के प्रबंध निदेशक (Managing Director) हैं. अभी तक आत्महत्या की वजहों का खुलासा नहीं हो सका है. मालगाड़ियों के परिचालन पर रोक: पंजाब सरकार ने रेल मंत्री से हस्तक्षेप करने को कहा
गोराया के स्टेशन हाउस ऑफिसर हरदीप सिंह (Hardeep Singh) ने कहा कि परिवार के सदस्यों के बयान लिए जा रहे है. इसके बाद ही उद्योगपति द्वारा उठाये गए इस कदम के पीछे के कारण का पता चल सकेगा. फ़िलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है.
बीते हफ्ते पंजाब के बठिंडा जिले में 42 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी पत्नी और दो बच्चों की गोली मार कर हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली. मृतक देविंदर गर्ग ने अपनी पत्नी मीना गर्ग, बेटे आरुष गर्ग (14) और बेटी मुस्कान (10) की पिस्तौल से गोली मारकर हत्या कर दी. फिर खुद की जान दे दी. प्राथमिक जांच में पता चला है कि वह भारी कर्ज के चलते परेशान था.