पंजाब के CM भगवंत मान ने लिवर इंस्टीट्यूट को जनता को किया समर्पित, यहां हाई टेक उपकरणों से होगा इलाज

CM भगवंत मान ने भारत का दूसरा सबसे बड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज पंजाब  जनता को समर्पित किया. यह इंस्टीट्यूट दो साल में तैयार किया गया है, इस सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल में मॉडर्न और हाई टेक उपकरणों से लोगो का इलाज किया जाएगा. लिवर से संबंधित रोगियों को सारी उपचार की सुविधाएं अब से पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज में ही मिल जाएंगी.

पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज (PILBS) पंजाब सरकार द्वारा स्थापित एक स्वायत्त संस्थान है. PILBS के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

    • उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करना: संस्थान का लक्ष्य यकृत और पित्त संबंधी रोगों के लिए सर्वोत्तम उपचार उपलब्ध कराना है। इसमें उन्नत चिकित्सा तकनीकों और अनुभवी चिकित्सकों का उपयोग शामिल है.
    • सुगम और रोगी केंद्रित सेवाएं: संस्थान रोगियों को सहानुभूतिपूर्ण और देखभाल करने वाला वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाते हैं कि रोगियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सर्वोत्तम संभव देखभाल प्राप्त हो.
    • जागरूकता बढ़ाना: PILBS पंजाब, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में यकृत रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है. यह टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सकों और सर्जनों को यकृत रोगियों के इलाज में मदद करने का भी लक्ष्य रखता है.

संस्थान विभिन्न प्रकार की यकृत और पित्त संबंधी बीमारियों का इलाज करता है, जिनमें शामिल हैं-

  • हेपेटाइटिस
  • सिरोसिस
  • फैटी लीवर रोग
  • पित्त पथरी
  • यकृत कैंसर

PILBS अपने अनुसंधान और शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से यकृत रोगों के क्षेत्र में ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है. यह चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित करने और यकृत रोगों के निदान और उपचार में नवीनतम विकास को साझा करने का प्रयास करता है.

यदि आप पंजाब में यकृत या पित्त संबंधी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज से संपर्क करना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है.