Pune School Teacher: डमी शिक्षिका को खुद की जगह स्कूल भेजती थी महिला टीचर, काम करने के लिए देती थी पैसे, पुणे के भोर की घटना से शिक्षा विभाग भी हैरान
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पुणे, महाराष्ट्र: सरकारी स्कूलों की हालत पुरे देश में खराब हो रही है और उसपर यहां के शिक्षक कुछ ऐसा कर जाते है. जिसके कारण शिक्षक का पेशा ही बदनाम हो जाता है. पुणे की महानगर पालिका की एक स्कूल में महिला शिक्षिका ने ऐसा कुछ किया कि अधिकारी भी हैरान हो गए है. पुणे के भोर नगर पालिका की महाराणा प्रताप स्कूल क्रमांक एक में एक महिला शिक्षिका खुद स्कूल नहीं आती थी, लेकिन उनके नाम से एक दूसरी महिला को स्कूल में पढ़ाने के लिए भेज देती है.

इसका खुलासा होने के बाद महिला शिक्षिका को सस्पेंड किया गया. महिला शिक्षिका की इस तरह की हरकत करने की वजह से शिक्षा विभाग भी हैरान रह गया है. साम टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक़ महिला टीचर का नाम भारती मोरे बताया जा रहा है.ये भी पढ़े:VIDEO: पुणे में छात्रा को अश्लील मैसेज भेजने वाले स्कूल वैन ड्राइवर को लोगों ने पीटा, वीडियो हुआ वायरल

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक़ पुणे के भोर नगर पालिका की महाराणा प्रताप स्कूल क्रमांक 1 में टीचर भारती मोरे खुद स्कूल नहीं आती थी, दूसरी एक महिला को क्लास में पढ़ाने के लिए भेजती थी. एक महिला टीचर की जगह पर बच्चों को पढ़ाती थी. बताया जा रहा है कि स्कूल टीचर कुछ पैसे देकर महिला से बच्चों को पढ़ाने का काम करवाती थी.

मुख्याधिकारी और प्रशासन के अधिकारियों के दौरे में खुली पोल

जानकारी के मुताबिक़ मुख्याधिकारी गजानन शिंदे और प्रशासन अधिकारी राजकुमार बामणे ने स्कूल का औचक दौरा किया.उस समय शिक्षिका भारती मोरे अनुपस्थित पाई गईं.हालांकि, रजिस्टर पर मोरे द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे.दिलचस्प बात यह है कि उनकी जगह दूसरी महिला भी थीं. वह महिला मोरे टीचर की जगह छात्रों को पढ़ा रही थी.इसी बीच इस मामले की जांच की गई. यह पुष्टि की गई कि भारती महिला को एक निश्चित राशि का भुगतान करके पढ़ाने के लिए भेजती थी.भारती मोरे को मुख्याधिकारी ने जवाब देने का आदेश दिया था.हालांकि असंतोषजनक जवाब होने के कारण उन्हें तुरंत निलंबित कर दिया गया.

महिला शिक्षिका पर आरोप

भारती मोरे पर आरोप है कि बिना अनुमति के अनुपस्थित रहना, बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ना, कर्तव्य की उपेक्षा करना, गैरमौजूदगी के दौरान क्लास का कब्ज़ा किसी निजी व्यक्ति को देने, कक्षा को खुला छोड़ने और चाबियां किसी तीसरे व्यक्ति को देने, छात्रों की गुणवत्ता सुधार में बाधा डालने के कारण बताकर महिला शिक्षिका को सस्पेंड किया गया है. इस मामले की जांच के लिए नगर पालिका कार्यालय अधीक्षक, शिक्षा विस्तार अधिकारी और केंद्र प्रमुख की तीन स्तरीय समिति नियुक्त की गई है. कमेटी की रिपोर्ट आने तक मोरे का निलंबन बरकरार रहेगा. इस घटना के सामने आने के बाद अभिभावक अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.