पाकिस्तान ने फिर दिखाया अपना असली रंग, पुलवामा हमले में जैश के शामिल होने के मांगे और सबूत
पाकिस्तान ने पुलवामा आतंकी हमले की प्राथमिक जांच साझा की (File Photo)

नई दिल्ली: नापाक पाकिस्तान अपने पाले हुए आतंकियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. अपनी इसी नीति के तहत पाकिस्तान पुलवामा हमले के दोषी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने में टालमटोल कर रहा है. पाकिस्तान सरकार ने पुलवामा हमले के संबंध में भारत से और सबूत मांगे है.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त को विदेश सचिव द्वारा विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और पुलवामा घटना के संबंध में प्रारंभिक रिपोर्ट साझा किए गए. एक बयान में कहा कि पुलवामा हमले पर भारतीय डोजियर की जांच के बाद प्रारंभिक निष्कर्ष भारत के साथ साझा किए गए.

गौरतलब हो कि भारत ने 27 फरवरी को नई दिल्ली में पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को डोजियर सौंपा था जिसमें पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता का विशिष्ट विवरण था. विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तानी पक्ष को एक डोजियर सौंपा गया जिसमें पुलवामा आतंकवादी हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता तथा जैश आतंकवादी शिविरों और उसके नेतृत्व की मौजूदगी का विशिष्ट ब्यौरा दिया गया है.

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान ने मांगे और सबूत

विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान को यह अवगत कराया गया है कि भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान उसके नियंत्रण वाली भूमि से उपजने वाले आतंकवाद के खिलाफ फौरन और पुष्टि की जा सकने योग्य कार्रवाई करेगा. हालांकि अब तक पाकिस्तान ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है.

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गौरतलब हो कि 14 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश के हमले में भारतीय सुरक्षाबल के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके जवाब में भारत ने बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक कर जैश के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. जिसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने बीते 27 फरवरी को भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया. इस दौरान भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को खदेड़ने के वक्त अपने मिग 21 बाइसन सहित पाकिस्तान में गिर गए. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. इससे पहले वर्धमान ने हवा में लड़ाई करते हुए पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया था. भारत के दबाव के कारण पाकिस्तान ने उन्हें 1 मार्च को लौटा दिया.