Farmer Protest: कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन पिछले साधे तीन महीने से लगातर जारी है. किसान अपने जिद पर अड़े हुए हैं कि जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी. तब तक उनका आंदोलन इसी तरह से चलता रहेगा. इस बीच सरकार जरूर कह रही है कि किसान बताये कि उन्हें तीनों कानूनों में कहा खामी नजर आ रही है. सरकार उसमें संशोधन करने को तैयार है. लेकिन किसानों साफ शब्दों में कहना है कि जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी. तब तक वे घर वापस नहीं जायेंगे. इस बीच कृषि कानूनों के विरोध में ही संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) की तरफ से ऐलान हुआ है कि 6 मार्च को केएमपी एक्सप्रेस को जाम करेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि किसानों की तरफ से फैसला लिया गया कि 6 मार्च को छह घंटे के लिए केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे (Kundli–Manesar–Palwal Expressway) को जाम किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया कि उनका यह आंदोलन केंद्र सरकार को नींद से जगाने और होश में लाने के लिए फिलहाल लिया गया है. किसानों की तरफ से कहा जा रहा है कि तीन महीने से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रहे है. इसलिए आंदोलन को तेज करने के लिए यह फैसला लिया गया है. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसानों की तरफ से अब भी सभी विकल्प खुले, राकेश टिकैत बोले-केंद्र बातचीत के लिए बुलाएगी तो हम जाएंगे
In today's meeting of Samyukt Kisan Morcha, we have finalised the programmes till March 15. On March 6 when the protest enters Day 100, farmers will block Kundli–Manesar–Palwal Expressway at different points between 11 am & 4 pm: Yogendra Yadav, Swaraj India pic.twitter.com/PJ6cRPgBUS
— ANI (@ANI) March 2, 2021
इसके साथ ही योगेंद्र यादव ने कहा, 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी मीटिंग हुई है. सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मज़दूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे.