Prashant Kishor on Bihar Politics: बिहार में जातिगत राजनीति को लेकर प्रशांत किशोर ने कसा तंज
Prashant Kishore

पटना, 25 जुलाई : बिहार में जन सुराज पदयात्रा कर रहे चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को बिहार की जातिगत राजनीति को लेकर तंज कसते हुए कहा कि अगर पीतल और सोना साथ रखा जाए तो किसी भी जाति के लोग हों, सोना ही उठाएंगे.

उन्होंने आगे कहा कि देश में ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं जिनकी जाति के लोग राज्य में सबसे अधिक हों. देश में चुनाव में जाति की प्रमुखता है. मैं यह नहीं कहता कि जाति राजनीति में हावी नहीं है, लेकिन जाति ही राजनीति को तय करती है, इस बात में पूरी सच्चाई नहीं है. यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: मेकअप इंस्टिट्यूट में चल रही थी धर्मांतरण मुहिम, छात्रों ने लगाएं संचालिका पर आरोप, यूपी के मुरादाबाद की घटना-Video

उन्होंने कहा कि देश और बिहार में लोगों ने बहुत चालाकी से यह बात लोगों के दिमाग में बैठा दी है ताकि नए लोग राजनीति में आने का प्रयास ही नहीं करें. बिहार के लोगों ने कभी सोचा है कि नीतीश कुमार की जाति के लोग बिहार में कितनी संख्या में रहते हैं? लालू यादव की जाति के कितने लोग बिहार में रहते हैं.

प्रशांत किशोर ने कहा कि जब भी लगे कि हमारे जाति के लोग जब अधिक होंगे तभी हम राजनीति कर सकते हैं, तो इस बात में आपको जरा भी सच्चाई नहीं दिखेगी. देश में अलग-अलग राज्यों में जितने भी मुख्यमंत्री हैं, उसमें कोई भी ऐसा मुख्यमंत्री नहीं है, जिसकी जाति उस राज्य में सबसे ज्यादा हो. ये आपका हमारा भ्रम है कि हमारी जाति के अधिक लोग होने से ही हम राजनीति में आ सकते हैं. उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर पदयात्रा के जरिए राजनीति में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने महात्मा गांधी की जयंती यानी 2 अक्टूबर को पार्टी लॉन्च करने की घोषणा की है. वे लंबे समय से बिहार की यात्रा कर रहे हैं.