कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आज (27 नवंबर) दो बड़े झटके लगे है. टीएमसी के असंतुष्ट विधायक मिहिर गोस्वामी (Mihir Goswami) ने सोमवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है. जबकि ममता बनर्जी के करीबी और राज्य में तृणमूल कांग्रेस के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) का इस्तीफा राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने मंजूर कर दिया है. उन्होंने आज पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था. हैदराबाद: उस्मानिया विश्वविद्यालय में बिना अनुमति बैठक करने पर बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या के खिलाफ मामला दर्ज
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी के अहंकार और भ्रष्टाचार से शुभेंदु अधिकारी नाराज़ थे इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफ़ा दिया है. अगर वे बीजेपी में आते है तो हम उनका स्वागत करेंगे. उन्होंने संभावना जताई कि विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी के कई नेता नाराज़ होकर बीजेपी में शामिल होंगे.
Delhi: Mihir Goswami joins Bharatiya Janata Party after resigning from Trinamool Congress, in the presence of BJP National General Secretary Kailash Vijayvargiya.#WestBengal pic.twitter.com/pnY06v0jR4
— ANI (@ANI) November 27, 2020
तृणमूल कांग्रेस के नाराज विधायक मिहिर गोस्वामी ने हाल ही में कहा था कि वह उस पार्टी में कभी नहीं लौटेंगे, जिसने अपने कार्यकर्ताओं का अपमान किया है. प्रदेश के नेतृत्व के प्रति रोष जताते हुए गोस्वामी ने कहा था कि उन्होंने पिछले महीने पार्टी के सभी पद छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि उन्हें लग रहा था कि पार्टी को उनकी जरूरत नहीं है.
#UPDATE | West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar accepts resignation of Suvendu Adhikari from the post of State Transport Minister. https://t.co/qmMzg0e9rB pic.twitter.com/Tegk8AB4HX
— ANI (@ANI) November 27, 2020
पार्टी आलाकमान से नाराजा चल रहे अधिकारी ने शुक्रवार को राज्य के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने गुरुवार को राज्य सरकार द्वारा संचालित हुगली नदी पुल आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर राज्य में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें मनाने के लिये पर्दे के पीछे चल रही टीएमसी की कोशिशों को झटका दिया था. अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा फैक्स के जरिए भेजा और राज्यपाल जगदीप धनखड को भी ईमेल कर दिया था.