कोलकाता:- अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले पश्चिम बंगाल (West Bengal) बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष (BJP leader Dilip Ghosh )की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही है. दिलीप घोष के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. दिलीप घोष के खिलाफ पटुली पुलिस स्टेशन में भारतीय सविंधान की धारा 354A, 509, 506, 34 के तहत मामल दर्ज किया गया है. दरअसल एक महिला ने पुलिस में दर्ज कराते हुए कहा कि दिलीप घोष की रैली में उसके बदसुलूकी हुई थी. जिसके बाद महिला पुलिस स्टेशन पहुंची. इससे पहले दिलीप घोष के खिलाफ उनके बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने दो प्राथमिकी दर्ज करायी थी. एक मामला नदिया में और दूसरा उत्तरी 24 परगना जिले में दर्ज कराया गया था.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस वक्त राजनीति अपने चरम पर है. एक तरफ जहां पर बीजेपी पश्चिम बंगाल में अपनी मजबूती बनाना चाहती है. तो वहीं सीएम ममता बनर्जी किसी भी हाल में बीजेपी को टिकने नहीं देना चाहती हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता दिलीप घोस लगातार ममता बनर्जी की सरकार पर हमला करते नजर आ रहे हैं. उनके इस बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल टीएमसी और बीजेपी की तरह की जुबानी जंग जारी है.
दरअसल कुछ दिनों पहले दिलीप घोष ने नॉर्थ 24 परगना (North 24 Parganas) में एक सभा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि ममता बनर्जी की सरकार में पश्चिम बंगाल में 500 करोड़ के सार्वजनिक संपत्ति (Public Property) नुकसान हुआ है. लेकिन उसके बावजूद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शांत हैं.
दिलीप घोष ने कहा जब पश्चिम बंगाल में हमारी सरकार आएगी तो हम सरकारी संपत्ति को नुकासन पहुंचाने वाले ऐसे हर एक शख्स की पहचान करेंगे और उन्हें गोली मार देंगे. इसके अलावा सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ विवादित बयान देते हुए कहा था कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह गोली मार देनी चाहिए.