उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र (Sonbhadra) नरसंहार में 10 लोगों की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर घहरा दुख जताया है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि दोषियों की खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने सीधे-सीधे इस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी, जब कांग्रेस की सरकार थी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना की कार्रवाई के लिए तुंरत निर्देश दिए गए और दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया, जिन्होंने घटना के 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंप दी है. सीएम ने कहा कि इस घटना की नींव साल 1955 में तब पड़ी थी, जब तत्कालीन तहसीलदार ने आदर्श सहकारी समिति के नाम पर ग्राम समाज की जमीन दर्ज करने का गैरकानूनी काम किया.
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath on Sonbhadra land dispute incident in which 10 people were killed: The foundation of this incident was laid in 1955 when the then Tehsildar did the unlawful act of registering the land of Gram Samaj in the name of Adarsh Cooperative society. pic.twitter.com/VyrA1jODww
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
UP CM Yogi Adityanath on Sonbhadra land dispute incident in which 10 people were killed: 29 criminals arrested till now, a single barrel gun, 3 double barrel guns & a rifle seized. Whoever is found responsible for this incident, strictest action will be taken against them. pic.twitter.com/Uoz0MAS6u8
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जमीन से जुड़े विवाद को लेकर हुए नरसंहार में ग्राम प्रधान सहित 11 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, और नरसंहार में इस्तेमाल किए गए हथियारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी प्रधान अभी फरार है.
सोनभद्र कांड
दरअसल 17 जुलाई बुधवार को सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के मूर्तिया गांव में जमीन कब्जाने को लेकर फायरिंग हुई थी. गांव के बाहरी इलाके में सैकड़ों बीघा खेत है जिस पर गांव के कुछ लोग पुश्तैनी तौर पर खेती करते आ रहे हैं. गांव वालों के मुताबिक इस जमीन का एक बड़ा हिस्सा प्रधान के नाम पर है. ग्राम प्रधान यज्ञदत्त ने एक आईएएस अधिकारी से 100 बीघा जमीन खरीदी थी. यज्ञदत्त ने इस जमीन पर कब्जे के लिए बड़ी संख्या में अपने साथियों के साथ पहुंचकर ट्रैक्टरों से जमीन जोतने की कोशिश की. स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. इसके बाद ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने गांव वालों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 23 लोग घायल हुए हैं. सोनभद्र कांड से सूबे की योगी सरकार सवाल के घेरे में है.