Uttar Pradesh Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सचिवालय का एक शीर्ष अधिकारी पूरे उत्तर प्रदेश के जिलाधिकारियों को फोन कर रहा है और उनसे कह रहा है कि गुरुवार को अगर भारतीय जनता पार्टी हारने लगे तो मतगणना प्रक्रिया धीमी कर दें. यहां आनन-फानन में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा खासतौर पर उन 47 सीटों के लिए किया जा रहा है, जिन्हें भाजपा ने 2017 में 5,000 से कम वोटों के अंतर से जीता था.
उन्होंने कहा कि वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ताओं ने ईवीएम ले जा रहे एक ट्रक को रोका, जबकि दो अन्य ट्रक तेजी से भागने में सफल रहे. अखिलेश ने कहा, "अगर ईवीएम को स्थानांतरित किया जा रहा था, तो संबंधित उम्मीदवारों को चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार सूचित किया जाना चाहिए था। हम जो कह रहे हैं, उसे साबित करने के लिए हमारे पास कई वीडियो हैं. यह भी पढ़े: UP Exit Polls: एग्जिट पोल के नतीजों पर बोले अखिलेश यादव, BJP की जीत को लेकर बनाई जा रही है धारणा
सपा प्रमुख ने कहा कि बरेली और सोनभद्र में मतपत्र पाए गए हैं. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि एग्जिट पोल एक विशेष तरीके से किए गए, ताकि यह धारणा बनाई जा सके कि भाजपा जीत रही है और उधर वे मतगणना के दौरान कदाचार में लिप्त हो सकें. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और ईमानदार अधिकारियों व पत्रकारों से स्ट्रांग रूम पर निगरानी रखने की अपील की, जहां ईवीएम रखी गई हैं.
अखिलेश ने कहा, "अगर किसान एक साल एक जगह रह सकते हैं, तो हम अगले तीन दिन एक जगह क्यों नहीं रह सकते. लोकतंत्र को बचाने, अपना वोट बचाने का यह आखिरी मौका है. अगर यह मौका हाथ से चला गया, तो हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू करना होगा."