केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Min Prakash Javadekar) ने शनिवार को पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला. केंद्रीय मंत्री ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना कहा कि बंगाल में कुछ लोग भारत और बंगाल के बीच युद्ध कराना चाहते हैं, लेकिन सरकार मदद करना चाहती है. उन्होंने कहा, यहां (पश्चिम बंगाल) में कुछ लोगों ने भारत और बंगाल के बीच युद्ध करना चुना है. हमें युद्ध में कोई रुचि नहीं है, हमें बहस में रुचि नहीं. हमें परेशानी को हल करने में रुचि है. हम हर राज्य की मदद करना चाहते हैं. प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, हर राज्य चाहे उसमें बीजेपी की सरकार हो या गैर-बीजेपी सरकार हम सभी की मदद करना चाहते हैं.
केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि उनके हिसाब से कोरोना का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है लेकिन फिर भी स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में नहीं आने तक सावधानियां बरतनी होंगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह वायरस चीन से आया लेकिन अभी तक इसकी दवा नहीं आई है इसलिए हमें तब तक इसे खत्म नहीं मानना चाहिए और यह जरूरी हो जाता है कि हम मास्क का प्रयोग करें और समय समय पर अपने हांथों को धोते रहें. उन्होंने कहा कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी ठीक प्रकार से करना चाहिए. यह भी पढ़ें- राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर, रेड जोन में सभी 11 जिले, केंद्र के निर्देशों के अनुरूप मिलेंगी रियायतें.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, जैसे ही लॉकडाउन समाप्त होगा सारे उद्योग शुरू होंगे. भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है, भारत में आतंरिक मांग बहुत है. 130करोड़ जनता ही मार्केट है. निर्यात में हमारा हिस्सा 1 प्रतिशत ही था,वो सारा खत्म नहीं होगा. वो ऐसा है जहां मांगों में कटौती नहीं होने वाली है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने तब्लीगी जमात के सवाल पर कहा, मुझे नहीं लगता कि इसका धर्म से कोई लेना-देना है. ये एक घटना की पहचान करना है जिससे संक्रमण बढ़ा. उन्होंने कहा, मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए गैर जरूरी विवाद पैदा किया गया. राजनीतिक रूप से डिजाइन प्रयासों से भारत और अरब के बीच अंतर पैदा करने की कोशिश की गई, लेकिन ये सफल नहीं हुए क्योंकि हमारी दोस्ती की बुनियाद बहुत मजबूत है. महामारी धर्म नहीं देखती.