
Delhi Election 2025: दिल्ली में साल 1998 से कांग्रेस पार्टी की सरकार रही. इसके बाद दौर शुरू हुआ.आम आदमी पार्टी का और अब बीजेपी यहांपर सरकार बनाएगी. पिछली बार यानी 2020 के चुनावों में दिल्ली में कांग्रेस पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी. इस बार भी वैसा ही कुछ देखने को मिला. इस बार भी कांग्रेस पार्टी का दिल्ली में खाता नहीं खुल सका. दिल्ली में दो बार की सरकार आम आदमी पार्टी को भी 22 सीटें मिली है.
तो वही बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की है. 2020 से पहले कांग्रेस ने 2015 में भी कांग्रेस पार्टी ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और तब भी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. एक बार फिर वैसा ही कुछ इस बार भी नजर आया. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की लड़ाई में जबरदस्त फायदा बीजेपी को मिला. इसपर हम चर्चा करेंगे कि कांग्रेस के हारने के क्या क्या कारण है.ये भी पढ़े:KTR’s Tweet on Congress Party: बीआरएस पार्टी के नेता केटीआर ने दिल्ली इलेक्शन पर ट्वीट कर कांग्रेस पर साधा निशाना,’ बीजेपी को जीताने के लिए राहुल गांधी को दी बधाई
आम आदमी पार्टी के आने से कांग्रेस पिछड़ी
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2011 में अन्ना हजारे के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन खड़ा किया था और इसके बाद लोगों ने पार्टी को भरपूर समर्थन दिया था और कांग्रेस सरकार का उसी समय खराब दौर शुरू हो गया था. साल 2015 में चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी जीत गई और कांग्रेस हार गई. इसके बाद के इलेक्शन में भी यही देखने को मिला. इसके बाद साल 2020 में भी आम आदमी पार्टी जीती और कांग्रेस फिर हारी.
साल 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटें आप ने जीती थी
साल 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटें आप ने जीती थी. जबकि कांग्रेस 2015 के चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई थी. इसके बाद साल 2020 के इलेक्शन में भी आप पार्टी ने 62 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली. तो वही बीजेपी ने 8 सीटें जीती थी.
हरियाणा में आप ने बिगाड़ा था कांग्रेस का खेल
पिछले वर्ष हरियाणा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले रहे. जीत का सहरा बांधने का इंतजार कर रही कांग्रेस बुरी तरह हार गई. वहीं सभी आंकलनों को गलत साबित कर बीजेपी ने बहुमत हासिल कर राज्य में हैट्रिक मार दी थी. राज्य में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं कांग्रेस के खाते में सिर्फ 37 सीटें आईं. उधर, तमाम दावे करके मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुला.आलम ये रहा कि आम आदमी पार्टी का चुनाव बीजेपी के लिए फायदेमंद तो कांग्रेस को भारी पड़ गया. कारण, कई सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस प्रत्याशी बीजेपी के सामने चंद वोटों से हार गए. वहीं इन सीटों पर आम आदमी पार्टी ने उस मार्जिन से अधिक वोट बंटोरे. यानी आम आदमी पार्टी कांग्रेस के लिए 'वोट कटवा' साबित हुई. इसलिए इस बार दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के नेताओं आप पार्टी को जमकर घेरा. जिसका सीधा लाभ बीजेपी को मिला.