तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को बताया बिहार की मीडिया का ब्यूरो चीफ, जानिए वजह
तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार (Photo Credits- PTI)

बिहार (Bihar) के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) इन दिनों में आक्रामक मूड में हैं. तेजस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर लगातार निशाना साध रहे हैं. तेजस्वी ने नीतीश को बिहार की मीडिया का 'ब्यूरो चीफ' (Bureau Chief ) बताया है. दरअसल, तेजस्वी ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर नीतीश कुमार के खिलाफ एक पोस्ट लिखा है जिसे उन्होंने ट्विटर पर भी शेयर किया है. तेजस्वी ने अपने फेसबुक पोस्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'बिहार में औसतन 50 हत्याएं हो रही हैं. प्रशासन सत्ता की हनक और सनक के सामने अपनी कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है. ब्यूरो चीफ नीतीश कुमार विज्ञापन के बदले अपनी मीडिया एडिटिंग के भरोसे बेफिक्र हैं कि जनता को सच्चाई का पता नहीं चलेगा.'

तेजस्वी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'बिहार में सरकार और पुलिस ने कानून व्यवस्था पर पूरी तरह से अपना इकबाल गंवा दिया है. बिहार में औसतन 50 हत्याएं हो रही हैं. पुलिस का एकमात्र कार्य सत्तारूढ़ दलों की घृणित राजनीति के प्यादे के रूप में अपनी उपयोगिता सिद्ध करना रह गया है. सुशासन का प्रशासन सत्ता के हनक और सनक के सामने अपने कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है. अफसर सत्तारूढ़ नेताओं की गाड़ियों में घूम रहे है और अपराधी सरकारी गाड़ियों में. मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के हत्यारों को, बलात्कारियों को और शराब माफ़ियाओं को अपने घर के अंदर तक का एंट्री पास देते हैं. ऐसे में पुलिस बल का क्या मनोबल रह जाएगा?'

तेजस्वी यादव का फेसबुक पोस्ट-

तेजस्वी ने लिखा, 'बिहारवासियों का हर दिन अपराध और अपराधियों के बीच सहमते गुजर रहा है. सत्तारूढ़ दल के नेता-कार्यकर्ता पुलिस का स्टिकर चिपका कर पार्टी का झंडा लगाकर शराब की तस्करी कर रहे हैं. सत्तारूढ़ दल के मंत्री मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड में लिप्त है. सत्तारूढ़ दल के नेता 30 बच्चों को अपनी कार से कुचल देता है. लूटपाट और छेड़छाड़ का विरोध करने पर व्यापारियों और महिलाओं को गोलियों से छलनी किया जा रहा है.' यह भी पढ़ें- बिहार: तेजस्वी यादव का आरोप, कहा- शराब माफिया और कुख्यात हत्यारों को अपने आवास बुलाकर मिलते हैं नीतीश कुमार.

तेजस्वी ने लिखा, 'ब्यूरो चीफ़ नीतीश कुमार अपनी मीडिया की एडिटिंग के भरोसे बेफिक्र हैं कि जनता को सच्चाई का पता नहीं चलेगा. अगर मुख्यमंत्री से अपराध क़ाबू नहीं हो पा रहा और कुछ नैतिकता बची है तो तुरंत अपने पद से इस्तीफा देकर सूबे की जनता को अपनी सिद्धांतविहीन राजनीति और सत्ता संरक्षण में पनपते अपराध से निजात दिलाएं.'