कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह संशोधित नागरिकता कानून, 2019 के खिलाफ प्रदर्शन का समर्थन करती हैं लेकिन वह इस सिलसिले में बुलाए गए किसी भी बंद की हिमायत नहीं करेंगी. वामपंथी दलों ने 26 दिसंबर, 2019 को घोषणा की थी कि वे एक जनवरी से सात दिन के लिए सीएए, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी और आठ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल रखेंगी.
दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में प्रशासनिक बैठक के दौरान बनर्जी ने कहा कि वह सीएए, एनपीआर और एनसीआर के खिलाफ आंदोलन का समर्थन करती हैं लेकिन बंद का साथ नहीं देंगी क्योंकि इससे जनता को परेशानी होती है और राजस्व का नुकसान होता है. वामपंथी दलों ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही सभी पार्टियों से बंद का समर्थन करने को कहा है. यह भी पढ़े: ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से पूछा सवाल, कहा- क्या आप पाकिस्तान के राजदूत हैं?
बता दें कि पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून और एनसी आर को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. लोग सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए लोगों का कहना है कि सरकार धर्म के नाम पर बांट रही हैं.