हैदराबाद. पी वी नरसिंह राव के पौत्र ने पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर पलटवार किया और उनके साथ किए गए ‘‘अन्याय’’ के लिए गांधी परिवार से माफी की मांग की. राव के पौत्र एन वी सुभाष ने कहा कि एआईसीसी के सचिव जी चिन्ना रेड्डी का यह बयान कि राव ने अपने कार्यकाल के दौरान नेहरू-गांधी परिवार को ‘‘दरकिनार’’ करने की कोशिश की थी, ‘‘सच नहीं है और यह निंदनीय है.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘राव गांधी परिवार के सबसे भरोसेमंद और वफादार नेता थे और हमेशा कई मुद्दों पर परिवार का मार्गदर्शन करते थे.’’सुभाष 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे और वह पार्टी की तेलंगाना इकाई के आधिकारिक प्रवक्ता है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा नेहरू-गांधी परिवार के इतर नेताओं की अनदेखी की है विशेषकर स्वर्गीय पी वी नरसिंह राव की. यह भी पढ़े-उत्तर प्रदेश: सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पहुंची रायबरेली, हर मुद्दे पर होगा मंथन
सुभाष ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह बहुत ही स्पष्ट है कि उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली में एआईसीसी के मुख्यालय में ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘नयी दिल्ली में सिवाय राव के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक बनाये गये जिससे कांग्रेस नेताओं के उदासीन रवैये का पता चलता है।’’
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान राव ने गांधी परिवार को कभी भी दरकिनार या दबाने की कोशिश नहीं की. सुभाष ने दावा किया कि हर मौके पर सोनिया गांधी को पार्टी की गतिविधियों, सरकार के कदमों, मंत्रिमंडल विस्तार, चुनावी प्रक्रिया, अभियान और विधानसभा चुनावों में टिकटों के आवंटन के बारे में बताया जाता था.
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि कई मौकों पर राव व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी से मिले और उन्हें अवगत कराया. ’’सुभाष ने पूछा, ‘‘लेकिन वह न तो राजनीति में दिलचस्पी रखती थीं और न ही चाहती थीं कि उनके बच्चे राजनीति में आएं. ऐसे में परिवार को दबाने का सवाल कहां से उठता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम अब तो सोनिया गांधी, राहुल गांधी और गांधी परिवार के सभी लोगों तथा कांग्रेस को नरसिंह राव के साथ किये गये अन्याय के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.’’ इस बीच, चिन्ना रेड्डी ने कहा कि वह दिवंगत नेता का बहुत सम्मान करते है और उनका अपमान करने का कोई इरादा नहीं था.
उन्होंने कहा कि नरसिंह राव के खिलाफ उनके बयान को लेकर कुछ गलतफहमी हुई है. उन्होंने कहा कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वह इस पर खेद व्यक्त करते है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इन दोनों नेताओं को अवसर प्रदान किये है क्योंकि ये दोनों महान बुद्धिजीवी थे.