नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है. इस बीच यह निर्णय लिया गया है कि दूसरे राज्यों में रह रहे श्रमिकों को सरकार वापस उनके राज्य में भेजेगी. सरकार के इस निर्णय के पश्चात् देश में श्रमिकों को वापस लाने के लिए कई स्पेशल ट्रेनें व बसें चलाई जा रही हैं. मगर ऐसी खबरें आ रही है कि इन मजदूरों से किराया वसूला जा रहा है. ऐसे में देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) ने निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे में जरूरी कदम उठाएगी. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की और से जारी बयान में ये कहा गया है.
देश में इस महामारी के बढ़ते प्रसार को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में पहला लॉकडाउन 24 मार्च 2020 को लागू किया था. इस दौरान देश के कई हिस्सों से अपने जीवन यापन के लिए गए दूसरे राज्यों में गए लाखों लोग वहीं फंस गए थे. उसके बाद अब करीब 40 दिन के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत मिली है, राज्य सरकारों के निवेदन पर केंद्र सरकार ने इसके लिए स्पेशल ट्रेन की मंजूरी दी है.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक राज्य कांग्रेस कमेटी जरूरतमंद श्रमिक और प्रवासी मजदूरों की रेल यात्रा का खर्च उठाएगी और इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएगी: सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष (फाइल तस्वीर) pic.twitter.com/LnCgdC2inc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2020
यह भी पढ़ें- त्रिपुरा में बीएसएफ के 12 और जवान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए
बता दें कि किराया वसूलने के बयान पर रेलवे की तीखी आलोचना हो रही है. नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘यदि आप कोविड-19 संकट के दौरान विदेश में फंसे हुए हैं तो यह सरकार आपको विमान से निशुल्क वापस लायेगी लेकिन यदि आप एक प्रवासी श्रमिक हैं और किसी अन्य राज्य में फंसे हैं तो आप यात्रा का किराया (सामाजिक दूरी की कीमत के साथ) चुकाने के लिए तैयार रहें. ‘पीएम केयर्स’ कहां गया? ’’