राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 150वीं जयंती पर विधानमंडल के विशेष सत्र में भाग न लेकर समाजवादी पार्टी (SP) के सदस्यों ने गुरुवार को विधान-भवन प्रागंण में स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के निकट प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लिखीं तख्तियां हाथों में लिए जमकर नारेबाजी भी की.
नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व में विधानभवन स्थित कक्ष में विधायक एकत्रित हुए. लाल टोपी लगाए सपा विधायक अपने साथ लाल व काले रंग की तख्तियां लिए थे, जिन पर लाठी-डंडों की सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी.
रामगोविंद चौधरी ने कहा कि "प्रदेश में हर तरफ बेहाली है. मुख्यमंत्री कुछ भी बोलते हैं. शिवपाल यादव जो चाहे कर सकते हैं, लेकिन हम आज भी कह रहे हैं अगर वो आना चाहें पार्टी मिलाकर तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के फैसले से हम उन्हें जॉइन करा लेंगे." सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा, "कानून व्यवस्था ध्वस्त है, बाढ़ है और ये ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं."
सपा एमएलसी सुनील साजन ने कहा, "मुख्यमंत्री ने विपक्ष को दुर्योधन कहा, हम भी उन्हें शकुनि और शिखंडी कह सकते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं. क्योंकि मुख्यमंत्री असल में दु:शासन हैं जिस तरह से प्रदेश में उनकी सरकार में बहन बेटियों की इज्जत लुट रही है. गोडसे की विचारधारा वाले गांधी के नाम पर आयोजन कर दिखावा कर रहे हैं. आज तक ये तय नहीं कर पाए कि गांधी को मानते हैं या गोडसे को."
इस दौरान सदस्यों ने सीबीआई तथा ईडी का राजनीतिकरण बंद करो, बंद करो. गांधी के कातिल सब गोडसे के साथ है, मैं गोडसे के दौर में गांधी के साथ हूं. शाहजहांपुर की छात्रा के सम्मान की रक्षा करो- जैसे नारे तख्तियों पर लिखे थे. इस मौके पर अमिताभ वाजपेयी, बलराम यादव, मनोज पांडेय, संजय लाठर समेत अनेक लोग मौजूद रहे.