पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में मुख्यमंत्री चन्नी की स्पीच के दौरान जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. हंगामा इतना बढ़ गया कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और अकाली दल नेताओं में झड़प हो गई. बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. दरअसल पंजाब विधानसभा में गुरुवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के विधायकों और विपक्षी अकाली दल के विधायकों के बीच हाथापाई हुई. नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के महाधिवक्ता पर पलटवार किया, न्याय को बाधित करने का आरोप लगाया.
दरअसल मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया पर निजी टिप्पणी की, जिसके बाद अकाली विधायक मुख्यमंत्री के सामने खड़े हो गए और हंगामा करने लगे. इसके बाद, कांग्रेस विधायक राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ अपने सीएम के लिए खड़े हो गए. विधानसभा में हुए हंगामे पर नवजोत सिंह सिद्धू का भी बयान आ गया है.
सिद्धू बोले- जानबूझकर किया गया हंगामा
Today's ruckus in Punjab Assembly was deliberate as Opposition is scared. The Channi govt, Punjab Congress are working for the people...Whatever announcement has been made is a vision for the next 5 years, not just 2-3 months: Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu pic.twitter.com/kgDWsjHGhW
— ANI (@ANI) November 11, 2021
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने कहा, 'पंजाब विधानसभा में आज का हंगामा जानबूझकर किया गया क्योंकि विपक्ष डरा हुआ है. चन्नी सरकार, पंजाब कांग्रेस जनता के लिए काम कर रही है...जो भी घोषणा की गई है वह अगले 5 साल के लिए एक विजन है, न कि केवल 2-3 महीने के लिए नहीं.'
बता दें कि पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के विस्तार के विरोध में विधानसभा में विशेष सत्र बुलाया गया है और चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि कानूनों पर भी बात की. अपने संबोधन के दौरान, सीएम ने अकाली दल पर निशाना साधा, और मजीठिया पर एक व्यक्तिगत टिप्पणी की, "आपका तो रोम किसी न किसी गंदगी से जुड़ा हुआ है ... आप नशे से जुड़े हुए हैं."
मुख्यमंत्री की निजी टिप्पणी सुनने के बाद मजीठिया समेत कुछ अकाली विधायक उनके सामने खड़े हो गए और शोर मचाने लगे. फिर सिद्धू भी कांग्रेस विधायकों के साथ वहां पहुंचे. भारी हंगामे को देखते हुए सदन का ऑडियो म्यूट कर दिया गया था.