नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी की नेता प्रज्ञा ठाकुर द्वारा महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के हत्यारे नाथूराम गोडसे की 'देशभक्त' के रूप में सराहना बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ है. गोडसे के समर्थन में अपने नेताओं प्रज्ञा ठाकुर, अनंत हेगड़े और नलिन कटील द्वारा की गई टिप्पणियों से पार्टी को अलग करते हुए शाह ने कहा कि पार्टी की अनुशासनात्मक समिति इस मामले की जांच करेगी.
शाह ने ट्वीट किया, "पिछले दो दिनों में प्रज्ञा ठाकुर, अनंत हेगड़े और नलिन कटील ने जो बयान दिए हैं, वे उनके अपने बयान हैं. बीजेपी का उनके बयानों से कोई लेनादेना नहीं है."
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उन्होंने कहा, "हालांकि, उन लोगों ने अपने बयानों को वापस ले लिया है और माफी भी मांगी है. बीजेपी ने उनके बयानों को पार्टी की अनुशासनात्मक समिति को भेजने का निर्णय लिया है. बयान के संबंध में समिति तीनों नेताओं का जवाब मिलने के 10 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी."लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के ठीक पहले इस तरह के बयानों से पार्टी की हो रही किरकिरी के बाद बीजेपी अध्यक्ष ने यह घोषणा की है.
प्रज्ञा ठाकुर तीनों नेताओं में से पहली रहीं जिन्होंने गोडसे को 'देशभक्त' बताया था जिसके बाद चुनाव आयोग को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगनी पड़ी. जैसे ही उनका बयान वायरल हुआ, बीजेपी के दो सांसद केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े और नलिन कुमार कटील भी उनके समर्थन में सामने आए. गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को नई दिल्ली में एक प्रार्थना सभा में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मुकदमा चलाने के बाद उसे फांसी दे दी गई थी.