नाशिक, महाराष्ट्र: नाशिक में ठाकरे गुट के उम्मीदवार को 5 लाख रूपए देने पर ईवीएम हैक करके जीताने और नहीं देने पर हराने की धमकी दी गई. इस घटना के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.मुंबई नाका पुलिस ने महज चार घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. चुनाव में ईवीएम हैक हुई है या नहीं? इस पर पार्टियों के बीच मतभेद हैं. कई लोगों का आरोप है कि ईवीएम को हैक करके चुनाव जीते जाते हैं.
अब एक शख्स ने सीधे उम्मीदवार से संपर्क किया और उसे ईवीएम हैक कर जीतवाने का लालच दिया. चुनाव जीतवाने के लिए 5 लाख रूपए दो नहीं तो हरा दूंगा , ऐसी सीधे धमकी दी. इसमें खास बात ये है की ये आरोपी सीधे उम्मीदवार के ऑफिस में पहुंचा था. ये भी पढ़े:महिलाओं को 3,000 रुपये मासिक सहायता का आश्वासन देकर विपक्ष ‘धोखा’ दे रहा: अजित पवार
नाशिक में उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार और पूर्व विधायक वसंत गीते के ऑफिस में एक शख्स आया और कहा की आपको ईवीएम हैक करके जीतवाकर देता हूं, इसके लिए 42 लाख रूपए लगेंगे. पैसे नहीं देने पर मशीन सेट करनेवाले मेरी पहचान की है. उनको बताकर तुमको हरा दिया जाएगा. ऐसा कहा और 5 लाख रूपए की मांग की. इस आरोपी को पुलिस ने कुछ ही घंटो में पकड लिया. जांच में पुलिस को पता चला की चुनाव में पैसे कमाने का मौका देखकर आरोपी ने ये काम किया है.
आरोपी का नाम भगवान सिंह चव्हाण है, वह मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है और फिलहाल रोजगार के सिलसिले में नासिक के म्हसरूळ इलाके में रह रहा है. आरोपी नाशिक शिवसेना नेता वसंत गीते के कार्यालय में गया और आनंद शिरसाठ से कहा, 'मैं ईवीएम मशीन को हैक कर लूंगा और आपको 10 वोटों में से 3 से 4 वोट दिलाकर चुनाव जीतूंगा.
इसके बदले में मुझे 42 लाख रूपए चाहिए. इसमें से 5 लाख अभी दो. ऐसा कहा. इसके बाद यहां बैठे पदाधिकारियों ने पैसे देने से मना किया तो उसने कहा की प्रोग्रामिंग करनेवाले मेरी पहचान के है और मशीन हैक करके आपके उम्मीदवार को चुनाव हरवा दूंगा. इसके बाद वो अपना पता बताकर निकल गया. शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया.