जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन इससे पहले सूबे में कांग्रेस की फूट फिर सुर्खियां बटोर रही है. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) बनाम सचिन पायलट (Sachin Pilot) में पार्टी दो गुटों में बंट गई है. दोनों नेता भी अब खुलकर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इन सब के बीच अब राज्य कैबिनेट में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (RS Gudha) ने कहा है कि कांग्रेस के 80 फीसदी विधायक सचिन पायलट के साथ हैं. उन्होंने कहा ऐसा नहीं हुआ तो हम दावेदारी छोड़ देंगे. Bharat Jodo Yatra: क्या राजस्थान से शांतिपूर्ण तरीके से गुजरेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा?.
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अशोक गहलोत इसलिए बने हुए हैं, क्यों कि उन पर पार्टी आलाकमान का हाथ है. इसलिए वे सचिन पायलट को निकम्मा, गद्दार कहते हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट से बेहतर दूसरा कोई नेता नहीं है. गुढ़ा ने अशोक गहलोत को निशाने पर लेते हुए कहा, 'सीएम कहते हैं सचिन पायलट के साथ विधायक नहीं हैं, आज ही 4 विधायक उनके साथ गए हैं. इनके 102 विधायक में से 3 विधायक सचिन पायलट के साथ गए और एक मैं हूं. विधायकों की गिनती क्यों नहीं करा लेते?'
यहां देखें वीडियो:
#WATCH | Rajasthan: "We will leave our stake if you do not find 80% MLAs with Sachin Pilot... No better politician than him," says State minister RS Gudha (24.11) pic.twitter.com/OrVCPeJyfh
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) November 25, 2022
बता दें कि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट फिर से खुलकर आमने सामने आ गए हैं. सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार कहा तो सचिन पायलट ने भी पलटवार किया. सचिन पायलट ने कहा कि अशोक गहलोत के लीडरशिप में हमारी पार्टी दो बार चुनाव हारी. उन्होंने पहले मुझे 'अक्षम' बताया था, फिर 'गद्दार' कहा. उन्होंने और भी बहुत सारे आरोप लगाए थे. ये पूरी तरह से झूठे, निराधार और फिजूल हैं."
अशोक गहलोत ने कही बड़ी बात
अशोक गहलोत ने कहा था, "एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता... हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, एक ऐसा शख्स, जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं... ऐसा शख्स, जिसने विद्रोह किया... उन्होंने पार्टी को धोखा दिया, वह गद्दार हैं." उन्होंने कहा था, "मेरे पास इस बात के सबूत हैं कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में ठहरे विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये बांटे गए थे."