रायबरेली लिंचिंग केस: पीड़ित दलित परिवार से मिले राहुल गांधी, मृतक की बहन को सरकार ने दी नौकरी
(Photo : X)

Rahul Gandhi Meets Family of Dalit Man Lynched in Raebareli: कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को रायबरेली में भीड़ की हिंसा का शिकार हुए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने परिवार वालों से बातचीत की और उन्हें सांत्वना दी.

क्या है पूरा मामला?

यह घटना 2 अक्टूबर की है. 40 साल के हरिओम वाल्मीकि को रायबरेली के एक गांव में भीड़ ने चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला था. उस समय गांव में यह अफवाह फैली हुई थी कि चोरों का एक गिरोह ड्रोन से घरों की रेकी कर रहा है और फिर चोरी करता है. इसी शक में गांव वाले रात में पहरा दे रहे थे और रात करीब 1 बजे उन्होंने हरिओम को पकड़ लिया और उनकी हत्या कर दी.

इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा फैल गया. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर दलितों की सुरक्षा में नाकाम रहने और भीड़ की हिंसा (मॉब लिंचिंग) को न रोक पाने का आरोप लगाया.

पुलिस और सरकार की कार्रवाई

मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया और अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. मुख्य आरोपी को 10 अक्टूबर को एक मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया. इसके अलावा, मामले को संभालने में लापरवाही के आरोप में दो सब-इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी के दौरे से ठीक पहले, सरकार ने मृतक हरिओम की बहन कुसुम को फतेहपुर मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की कॉन्ट्रैक्ट वाली नौकरी का ऑफर लेटर जारी किया.

राहुल गांधी का दौरा

राहुल गांधी कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पर उतरे और वहां से सड़क के रास्ते करीब 80 किलोमीटर दूर फतेहपुर पहुंचे, जहां हरिओम का परिवार रहता है. उनके दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और हरिओम के घर की ओर जाने वाली गली को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था.